लोकसभा चुनाव के लिए BJP का नया फॉर्मूला, मिलने लगे संकेत

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की ये तैयारी इसलिए भी ख़ास हो जाती है क्योंकि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है. इस दौरान पूरे प्रदेश का माहौल राममय करने की तैयारी है. ऐसे में बीजेपी के पक्ष में माहौल तैयार होगा। उसी वातावरण में पार्टी में अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान करके चुनावी बिगुल फूंक देगी। जहां विपक्षी दलों के गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर ही स्थिति साफ नहीं हो पाई है। भाजपा पहले से ही अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी है तो वहीं केंद्रीय नेतृत्व से इशारा मिलने के बाद जमीन स्तर पर भी काम तेज हो गया है। माना जा रहा है कि आचार संहिता लागू होने से पहले ही बीजेपी अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है। 

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 10 जनवरी :

लोकसभा चुनाव 2024 की आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले भाजपा के प्रत्याशियों की पहली सूची आ सकती है। प्रदेश भाजपा ने केंद्रीय नेतृत्व का इशारा मिलने के बाद जमीनी स्तर पर चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। बीते दिनों दिल्ली में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं को संकेत मिला है कि आचार संहिता लागू होने से पहले प्रत्याशियों की सूची घोषित की जाएगी। इसमें यूपी के प्रमुख जिलों में दिग्गज चेहरों के नाम भी घोषित किए जाएंगे। वहीं पिछड़े और दलित समीकरण साधने के लिए दोनों वर्गों के बड़े चेहरों के टिकट का भी एलान होगा।

पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने अपनी पहली ही सूची में पीएम मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह की सीटों का नाम का ऐलान किया था। बीजेपी की पहली सूची में उन 164 सीटों से ज्‍यादातर सीटों पर उम्मीदवारों का नाम भी होगा, जो सीटें बीजेपी आज तक कभी नहीं जीती या 2019 में जीत का मार्जिन बेहद कम रहा है। बीजेपी पिछले दो साल से ऐसी सीटों पर लगातार मेहनत कर रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 543 में से 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 303 सीटो पर जीत दर्ज की थीं और 133 सीटों पर चुनाव हार गई थी। साथ ही 31 अन्य सीटें हैं, जहां पार्टी कमजोर है इन 164 सीटों का क्लस्टर बनाकर केंद्रीय मंत्रियों और बड़े नेताओं को इनकी जिम्मेदारी दी गई जिनमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं।

2019 में बीजेपी का पंजाब में शिरोमणि अकाली दल, बिहार में जेडीयू, महाराष्ट्र में शिवसेना, तमिलनाडु में एआईएडीएमके और राजस्थान में हनुमान बैनीवाल की पार्टी आरएलपी के साथ तालमेल था। बीजेपी ने पंजाब की 13 में से तीन, महाराष्ट्र की 48 में से 25 और बिहार की 40 में से 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था। वहीं तमिलनाडु में एआईएडीएमके ने बीजेपी को पांच सीटें दी थीं। इस बार इन राज्यों में बीजेपी अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

बसपा के मौजूदा दस सांसदों में से कुछ सांसद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उच्च स्तर पर बसपा के बड़े नेताओं और सांसदों को पार्टी में शामिल करने की बात चल रही है। उनकी उम्मीदवारी पर निर्णय होने के बाद उन्हें शामिल कराया जा सकता है।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने विधानसभा क्षेत्र विस्तारकों को क्षेत्र में चुनाव कार्य के दौरान केवल चुनाव कार्य पर ध्यान दें। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में बृहस्पतिवार को लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त विधानसभा विस्तारकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि विस्तारकों को बूथ से लेकर मंडल तक चुनाव प्रचार और प्रबंधन करना है। बूथ समितियों का गठन, पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति और प्रशिक्षण पर भी ध्यान दें। पार्टी की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों का मंडल स्तर पर क्रियान्वयन भी समयबद्ध करना है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भाजपा का इतिहास बताते हुए कहा कि विस्तारक मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाएं। प्रशिक्षण कार्यक्रम को पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने भी संबोधित किया।