नशा छोड़ने वाले ग्रामीणों के बच्चों को छात्रवृत्ति देगा राह ग्रुप फाउंडेशन

  • ‘नशा छोड़ो, बच्चों के लिए किताब पाओ’ नामक पहल के तहत नशा छोड़ने वाले ग्रामीणों के बच्चों को छात्रवृत्ति देगा राह ग्रुप फाउंडेशन

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 04 अक्टूबर :

ग्रामीणों की शराब की लत को छुड़वाने के लिए सामाजिक संस्था राह ग्रुप फाउंडेशन ने ‘नशा छोड़ो, बच्चों के लिए किताब पाओ’ नामक एक अनोखी पहल की है। इस पहल के अंतर्गत शराब या सूखा नशा छोड़ने वाले ग्रामीणों के बच्चों को स्कूल की किताबें या छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इस पहल की शुरुआत ऐतिहासिक गांव तलवंडी राणा से अक्टूबर माह से होगी। उसके बाद प्रदेश के 21 गांवों में इसी प्रकार ‘नशा छोड़ो, बच्चों के लिए किताब पाओ’ नामक पहल के तहत विद्यार्थियों को पुस्तकें या छात्रवृति प्रदान की जाएगी। यह जानकारी देते हुए राह ग्रुप फाउंडेशन के नेशनल चेयरमैन नरेश सेलपाड़ व वाइस चेयरमैन सुरेश क्रांतिकारी ने बताया कि जो भी ग्रामीण/व्यक्ति शराब/नशा छोड़ने के इस संकल्प का दो अक्टूबर 2023 से फरवरी 2024 तक पालन करेगा। उसके बच्चों को राह ग्रुप फाउंडेशन की ओर से स्कूल की पुस्तकें/कॉपियां या छात्रवृति प्रदान की जाएगी। साथ ही शराब छोड़ने वाले ऐसे लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस अभियान के तहत तलवंडी राणा के दो सौ युवाओं को जोड़ा गया है। ये युवा/ग्रामीण गांव में नशा रोकने का संकल्प लेने वालों की हर संभव मदद करेंगे।

नशा छोड़ने में भी में करेंगे मदद:-

राह संस्था की ‘नशा छोड़ो, बच्चों के लिए किताब पाओ’ योजना के तहत अपना पंजीकरण करवाने वाले पहले सौ व्यक्तियों को पुलिस प्रशासन या राह संस्था से जुड़े मनोवैज्ञानिक चिकित्सकों की मदद से उनकी काउंसलिंग की जाएगी। जिससे कि वो शराब छोड़ने के अपने संकल्प पर कायम रह सके। इसी प्रकार चिट्टा, गांजा, चरस, हेरोइन और स्मैक का नशा करने वाले युवाओं को भी काउंसिलिंग से लेकर तमाम प्रकार की मदद की जाएगी। इस दौरान जो लोग नशा छोडऩे की इच्छा जाहिर करेंगे, उन्हें नशा मुक्ति केंद्र भेजने से लेकर दवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।

स्कूलों में होगी पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिता:-

राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ के अनुसार विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों में पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। जिससे कि विद्यार्थी बचपन से ही शराब व दूसरे सूखे नशों से दूर रहने के लिए प्रेरित हो सके। इसके अलावा विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई जाएगी।

क्यों अपनाई ये पहल:-

हरियाणा प्रदेश में शराब की तरह ही चिट्टा, गांजा, चरस, हेरोइन और स्मैक जैसे सूखे नशों के कारण लोगों का सुख चैन तो छीन रहा है। अधिक नशा करने वाले लोगों को जहां आर्थिक परेशानियों ने घेर रखा है, वहीं उनका समाज में मान-सम्मान बेहद कम हो गया है। परिवार के मुखिया को लत लगने पर महिलाएं भी इसकी जद में आ गई हैं। इसलिए बच्चों को इस प्रभाव से बचाने के लिए राह ग्रुप फाउंडेशन ने ‘नशा छोड़ो, बच्चों के लिए किताब पाओ’ नामक पहल शुरू की है। इस मुहिम में दो सौ युवाओं/ग्रामीणों की मदद से नशे के खिलाफ काम करने वाली संस्थाओं व पुलिस प्रशासन को भी जोड़ा जाएगा।