देश में नशे के खिलाफ सभी एजैंसियां खासकर ‘नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ‘ लगातार लड़ रही हैं लड़ाई : अमित शाह 
रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, जैतो – 26 जून :
गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय द्वारा अपनाई गई नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति सफल होती दिख रही है। परिणाम आज इस नीति के मुख्य स्तंभों में से एक मोदी सरकार का “संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण” है, जिसमें विभिन्न विभागों का समन्वय नीति को और अधिक प्रभावी बनाता है।
उन्होंने “नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस” पर अपने संदेश में कहा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज 26 जून को “नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस” के अवसर पर, मैं नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ने वाले सभी संगठनों और लोगों को बधाई देता हूं। यह बेहद खुशी की बात है कि इस बार भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) अखिल भारतीय स्तर पर ‘नशा मुक्ति पखवाड़ा’ का आयोजन कर रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम भारत में नशीले पदार्थों का व्यापार नहीं होने देंगे और न ही भारत के रास्ते दुनिया में नशीले पदार्थों को जाने देंगे। नशे के खिलाफ इस मुहिम में देश की सभी बड़ी एजेंसियां,खासकर “नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो” लगातार अपनी लड़ाई लड़ रही है। इस अभियान को मजबूत करने के लिए गृह मंत्रालय ने 2019 में एनसीओआरडी की स्थापना की और हर राज्य के पुलिस विभाग में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया,पहला राष्ट्रीय सम्मेलन पीएफ एएनटीएफ अप्रैल 2023 में दिल्ली में आयोजित किया गया था।
श्री अमित शाह ने कहा कि दवाओं के दुरुपयोग एवं दुष्प्रभावों के विरुद्ध राष्ट्रीय स्तर पर उचित मंचों के माध्यम से युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। नशीली दवाओं के खिलाफ हमारी व्यापक और समन्वित लड़ाई का ही असर है कि जहां 2006-13 में केवल 768 करोड़ रुपए की दवाएं जब्त की गईं,वहीं 2014-22 में यह लगभग 30 गुना बढ़कर 22,000 करोड़ रुपए हो गई हैं। पहले की तुलना में ड्रग तस्करों के खिलाफ 181 फीसदी ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।यह नशा मुक्त भारत के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमने जून 2022 में जब्त किए गए मादक पदार्थों के पुन: उपयोग को रोकने के लिए एक विनाश अभियान भी चलाया, इस अभियान के तहत अब तक देश भर में लगभग 6 लाख किलोग्राम जब्त किए गए नशीले पदार्थों को नष्ट कर दिया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री ने कहा कि चाहे बात नशे की खेती को नष्ट करना हो या जन जागरूकता फैलाना हो, गृह मंत्रालय सभी संस्थाओं और राज्यों के साथ मिलकर “नशा मुक्त भारत” के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन यह लड़ाई लोगों की भागीदारी के बिना नहीं जीती जा सकती। इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि वे स्वयं और अपने परिवार को नशे से दूर रखें। नशा न सिर्फ युवा पीढ़ी और समाज को खोखला करता है, बल्कि इसकी तस्करी से कमाया गया पैसा देश की सुरक्षा के खिलाफ इस्तेमाल होता है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे इसके दुरुपयोग के खिलाफ इस युद्ध में सक्रिय भाग लें और अपने आसपास हो रहे नशे के कारोबार के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करें।’श्री अमित शाह ने कहा कि मुझे विश्वास है कि सामूहिक प्रयासों से हम सभी नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने और ‘नशा मुक्त भारत’ के अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल होंगे। मैं मोदी सरकार के संकल्प की दिशा में काम करने में उनके योगदान के लिए एनसीबी और अन्य संस्थानों को फिर से बधाई देता हूं और मुझे उम्मीद है कि जब तक हम ड्रग्स के खिलाफ यह लड़ाई नहीं जीत लेते, तब तक हम आराम नहीं करेंगे।