हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को सहेज को रखने के उद्देश्य से कार्य कर रही है सरकार:सुधा

  • युवा पीढ़ी को सक्षम व कुशल बनाने के साथ-साथ खेलों के प्रति भी दिया जा रहा है बढ़ावा
  • विधायक सुभाष सुधा व मानद सचिव रंजीता मेहता ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया सम्मानित

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 28   अप्रैल :

कुरुक्षेत्र 28 अप्रैल विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एक अदभुत विरासत है। इस विरासत को सहेज को रखने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार प्रयास कर रहे है। इसी उद्देश्य को लेकर जहां कुरुक्षेत्र के एक छोटे से गीता जंयती समारोह को अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव का दर्जा दिया, वहीं अंबाला में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा की अहम भूमिका को लेकर एक अंबाला में एक अदभुत और विशाल संग्राहलय का निर्माण किया जा रहा है, यह तमाम प्रयास प्रदेश की भावी पीढी को हरियाणा की संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए किए जा रहे है।

विधायक सुभाष सुधा शुक्रवार को स्थानीय पंचायत भवन के सभागार में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान में जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित पुरस्कार वितरण समरोह में विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा, हरियाणा बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता, नगराधीश चंद्रकांत कटारिया ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवा पीढी को सक्षम, कुशल बनाने के साथ-साथ खेलों के प्रति बढ़ावा देने का काम कर रही है,इसके लिए सरकार ने उदार नीतियां भी लागू की है। अभी हाल में ही सरकार ने गु्रप सी की भर्ती के लिए खेल विभाग के साथ-साथ जेल, वन और ऊर्जा विभाग में भी खेल कोटे के तहत नौकरियां देने का निर्णय लिया है। प्रदेश सरकार ने नई खेल नीति के तहत पदक जीतने वाले खिलाडी को करोड़ो रुपए की राशि व सरकारी पदों पर सीधे भर्ती करने का काम किया है। इस सरकार ने विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकारी स्कूलों में निजि स्कूलों की तर्ज पर तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई है। इन राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों को इनरनेट सुविधा के साथ टेबलेट भी मुहैया करवाएं है।

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने कहा कि बाल भवनों में बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर अच्छा इंसान बनाने का काम किया जा रहा है। प्रदेश के बाल भवनों में स्वीमिंग पूल बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है, इससे भवनों की आय भी अर्जित होगी और बाल भवन में रहने वाले बच्चों को नि:शुल्क स्वीमिंग सीखने का अवसर भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि बाल भवन में स्लम बस्ती के विद्यार्थियों को गणित, साईस और ओलोम्पियाड की शिक्षा भी दी जा रही है। प्रदेश में 47 बाल भवन है जहां पर 0 से 18 वर्ष तक के अनाथ व बेसहारा बच्चों का पालन पोषण किया जा रहा है। बाल भवन की तरफ से बच्चों के स्वास्थ्य की नि:शुल्क जांच समय-समय पर की जाती है तथा हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की पूरी कोशिश है कि नए-नए प्रोजैक्टों को बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान में शुरू किया जाए इस पर कार्य किया जा रहा है।

कार्यक्रम में नगराधीश चंद्रकांत कटारिया ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद जो प्रतियोगिताएं आयोजित करता है,ऐसी प्रतियोगिताओं में बच्चों में छिपी प्रतिभा दिखाई देती है। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई दी। जिला बाल कल्याण अधिकारी नीलम ने बताया कि जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 18 अक्टूबर 2022 से 21 अक्टॅूबर 2022 तक आयोजित की गई थी। इन प्रतियोगिताओं में 19 तरह की प्रतियोगिता जिनमें गु्रप डांस, कार्ड मेकिंग, दीया कैंडल डैकोरेशन, थाली पूजन, कलश डैकोरेशन,रंगोली, राष्टï्रीय पेटिंग प्रतियोगिता, सोलो डांस, स्कैचिंग ऑन दॉ स्पॉट, पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, बेस्ट ड्रामाबाज, पैट्रोटिक गु्रप सांग, क्वीज प्रतियोगिता, सोलो सांग, वाद विवाद प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस, फन गेम्स, सोलो क्लासिक डांस प्रतियोगिताएं शामिल है। उन्होंने बताया कि इन प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को आज कार्यक्रम में पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर विधायक सुभाष सुधा, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव ने विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। परिषद द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एआईपीआरओ बलराम शर्मा को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दयानंद,पंकज धीमान, भारती धीमान, आशा मलिक, स्वाति पाहवा, मीना कुमारी, अनिता, शशी कुमारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।