सूरतगढ़ को ऐतिहासिक बंद करो – जागो! सूरतगढ़ जिंदा है साबित करदो
करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, सूरतगढ़ – 20 मार्च :
सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर एक ही पावरफुल कदम है कि एकनिर्णय और एककदम हो तथा अनिश्चित काल के लिए सब बंद हो जो सरकार को नयी घोषणा के लिए मजबूर करदे। अपना भविष्य अपनी संतान का भविष्य और क्षेत्र का भविष्य बनाने के लिए दस दिन कुर्बान करने पड़ते हैं तो जीत के लिए यह कदम उठाना बहुत बड़ी ताकत पैदा करेगा। यह निर्णय निश्चित सफल बनाएगा जिसके लाभ ही लाभ होंगे और दस दिन कैसे बंद रखेंगे घाटा होगा की सोचेंगे तो पूरा भविष्य ही बरबाद कर लेंगे। आने वाली पीढियां कोसेंगी मुर्दा बताएंगी।
लेकिन सूरतगढ़ मुर्दा नहीं है यह एक आवाज से ही साबित करना है। सब की आवाज एक आवाज बन जाए जो सूरतगढ़ को जिला घोषित करा दे। यह आह्वान कौन करेगा? लोगों को समस्त व्यापारियों को संगठित कौन करेगा? नकारात्मक नहीं सोचें न सवाल उठाएं। बस सभी एक आवाज बन जाएं। जिंदगी में घाटा नफा नुकसान आते रहते हैं और सभी कुछ समय बाद भूल जाते हैं। लेकिन सूरतगढ़ जिला नहीं बना तो यह स्थाई नुकसान होगा। यदि कोई स्थाई नुकसान आठ दस दिन के बंद से टल जाए और स्थाई लाभ बन जाए, नया इतिहास बना दे। आने वाली पीढियों का सिर ऊंचा रहे तो ऐसा निर्णय सर्वोत्तम होता है।
इस सर्वोत्तम निर्णय का सूरतगढ इंतजार कर रहा है। सूरतगढ निर्जीव नहीं है।
जब बंद की घोषणा स्थाई हो हो और शुरू के दो तीन दिन निकल जाएं तो सरकार सोचती है और उसके मुखिया मंत्री और मुख्यमंत्री सोचते हैं। पहले डराते हैं फिर कोई प्रलोभन देते हैं। यहां डरने डराने वाला कोई कदम ही नहीं है। कोई मार्ग नहीं रोकना कोई सरकारी तंत्र बंद नहीं करना। हमारी दुकान हमारा व्यवसाय है। इसके बंद रखने से भी सरकार को बड़ी चोट लगती है राजनीतिक चेतावनी मिलती है जो नया निर्णय कराती है।
सभी सोचें। आगे बढें। एक लाख का शहर एक हो जाए और गांव तक निर्णय हो जाए। मैं 58 साल से पत्रकारिता लेखन कर रहा हूं। अनेक संघर्षों और आंदोलनों का साक्षी हूं। सूरतगढ सदा ताकतवर रहा है और अभी भी ताकतवर है।
मैं एक बात पूरे भरोसे अनुभव से लिख रहा हूं कि अन्य स्थानों से भी ताकतवर आवाजें उठ चुकी है और जिलों की संख्या और बढेगी। हम ताकतवर होंगे एक आवाज होगी सख्त कदम स्थाई बंद का दबाव होगा तो सूरतगढ जिला घोषित होगा।