चीमा के नेतृत्व में विभाग की टीम द्वारा राजपुरा के नज़दीक माल वाहनों की औचक चैकिंग

लगभग 150 वाहनों की जांच की, 38 को तस्दीक के लिए गिरफ़्त में लिया

गिरफ़्त में लिए गये वाहनों पर लगेगा संभावित 60 लाख रुपए का जुर्माना

राज्य में टैक्स की चोरी बर्दाश्त नहीं की जायेगी – चीमा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में आज कराधान विभाग की टीमों से तरफ से राजपुरा-सरहन्द जी. टी. रोड पर विशेष चैकिंग मुहिम चलाई गई। इस विशेष मुहिम के दौरान लोहे का कबाड़, मिश्रित समान, फर्नीचर, पार्सल, काली राख, स्टील की पाईपें, चावल, ईंटों आदि लेकर जाने वाले 150 के करीब वाहनों की चैकिंग की गई। इनमें से 38 वाहनों को तस्दीक के लिए गिरफ़्त में लिया गया क्योंकि इनमें से बहुतों के पास या तो असली दस्तावेज/ई-वे बिल नहीं थे या डाटा मायनिंग के दौरान बिल में अनियमितता पायी गयी। इन वाहनों पर संभावित 60 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जायेगा।

यहां जारी प्रैस बयान के द्वारा यह प्रगटावा करते हुये कराधान और आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि अलग-अलग स्रोतों से बार-बार सूचनाएँ मिल रही थीं कि कुछ ट्रकों और अन्य वाहनों के द्वारा ढुलाई किये जा रहे माल पर जी. एस. टी. की चोरी हो रही है। उन्होंने बताया कि इन सूचना पर कार्यवाही करते हुये उन्होंने टैक्स विभाग की टीम के साथ राजपुरा के नज़दीक राष्ट्रीय मार्ग पर वाहनों की चैकिंग की।

स. चीमा ने कहा कि ऐसे सभी टैक्स चोरी करने वालों के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही शुरू कर दी गई है जबकि सही बिलों के साथ माल की ढुलाई करने वाले वाहनों को बिना किसी परेशानी के निकलने दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य टैक्स चोरी करने वालों पर नकेल डालना है और मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से ईमानदार करदाताओं को यह संदेश देना है कि उनको किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कर विभाग की तरफ से ईमानदार करदाताओं की सहायता के लिए इंग्लिश और पंजाबी में द्विभाषी वटसऐप चैटबोट-कम-हेल्पलाइन नंबर 9160500033 भी प्रदान किया गया है।

इस बात को दोहराते हुये कि राज्य में टैक्स चोरी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, स. चीमा ने कहा कि डाटा माइनिंग विंग ई. टी. टी. एस. ए (विभागों की अपनी तकनीकी सेवा एजेंसी) और अलग-अलग प्लेटफार्मों की मदद के साथ टैक्स चोरी की गतिविधियों का पता लगा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि डाटा माइनिंग विंग जी. एस. टी. एन और ई. टी. टी. एस. ए के द्वारा प्रदान किये गए डाटा में पायी गयी अनियमितताओं और ख़ामियों के आधार पर रिपोर्टें तैयार करता है और यह रिपोर्टें विभाग के सम्बन्धित विंगों के साथ अपेक्षित कार्यवाही के लिए सांझा की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि टैक्स विभाग ने राज्य जी. एस. टी कमिशनरेट में एक नयी टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट ( टीआईयू) की स्थापना भी की है जिससे जीएसटीएन प्लेटफार्म पर उपलब्ध डिजिटल डाटा का बेहतर विश्लेषण और निगरानी की जा सके।

आज की इस विशेष चैकिंग मुहिम में कराधान कमिश्नर के. के. यादव, एडीशनल कमिश्नर-1 विराज एस. तिडके, डायरैक्टर इन्वेस्टिगेशन एच. पी. एस. घोतड़ा, ए. सी. एस. टी एम. डब्ल्यू जालंधर कमलप्रीत सिंह भी आबकारी और कराधान मंत्री के साथ हाजिर थे।