दुग्ध उत्पादन से जीवन को सुखी व समृद्ध किया जा सकता है : परमजीत सिंह चँगनौली

  • जागरूक होकर दुग्ध उत्पादन को सफल व्यवसाय में परिवर्तित किया जा सकता है : परमजीत सिंह चँगनौली

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 03 जनवरी :


            दी अंबाला जिला दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ अंबाला द्वारा यमुनानगर के गाँव रानीपुर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संघ के सीईओ दलजीत सिंह उपस्थित रहे। इस जागरूकता सेमिनार में आसपास के गाँव के लोग भारी संख्या में मौजूद रहे। इस दौरान दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी और दुग्ध उत्पादन व्यवसाय को लेकर गहन रूप से चर्चा की गई।

            इस दौरान वार्ड नं4 से जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि परमजीत सिंह चँगनौली ने भी इस विषय में अपने विचार सांझा किए। परमजीत सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों व डेरी उधोग से जुड़े अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दूध न सिर्फ हमारी इम्‍युनिटी बढ़ाता है बल्कि युवाओं व गृहिणियों को बड़ी संख्‍या में रोजगार भी उपलब्‍ध करवा रहा है।

            परमजीत ने बताया कि कोरोनाकाल में जहाँ देश के सभी उधोग व व्यवसाय प्रभावित हुए वहीं दुग्ध उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं देखा गया। परमजीत सिंह ने कहा कि वह स्वंम भी एक पशुपालक और किसान है तथा बचपन से इस क्षेत्र में कार्य भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए दुग्ध उत्पादन एक ऐसा पारंपरिक कार्य है जो ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग हर घर में किया जाता है। इस कार्य को व्यवसाय के रूप में परिवर्तित करना भी हमारे स्वंम के हाथ में है। इसके लिए दुग्ध उत्पादन व खपत से जुड़ी छोटी व बड़ी कम्पनियों से सम्पर्क स्थापित करके इसे किसी भी स्तर तक बढ़ाया जा सकता है।

            परमजीत ने बताया कि गाँव में महिलाओं के लिए दुग्ध उत्पादन आय का साधन है और बेरोजगार युवाओं के लिए यह अन्य सभी रोजगारों से अधिक लाभकारी सिद्ध हुआ है। परमजीत सिंह ने उपस्थित ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा जिला परिषद के अंतर्गत सरकारी योजनाओं के माध्यम से भी दुग्ध उत्पादन को और अधिक बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा तथा इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं के निदान हेतु भी सरकार व सम्बंधित विभाग से सम्पर्क स्थापित किया जाएगा।

            सीईओ दलजीत सिंह ने बताया कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उनके संस्थान द्वारा भी विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है जिनका लाभ ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के लोग उठा रहे हैं उन्होंने कहा कि इसके अलावा एनडीआरआइ के अंतर्गत ही कृषि विज्ञान केंद्र के माध्‍यम से किसानों को ट्रेनिंग भी उपलब्‍ध करवाई  जाती है। विशेष रूप से उन किसानों को, जो अपना डेयरी फार्म खोलना चाहते हैं या पशुपालन करना चाहते हैं।

            ऐसे लोगों को यहां इसकी बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें उन्‍हें यह बताया जाता है कि कैसे पशुओं की देखभाल करनी है, कैसे उनको खिलाना है, कैसे उनकी साफ-सफाई रखनी है इसके बारे में आधुनिकता के आधार पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर बरिंदर सिंह,दलजीत कौर दलजीत सिंह, गुरजीत कौर व भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।