परम पूज्य सुधांशु जी महाराज का 4 – दिवसीय गीता ज्ञान सत्संग शुरू

हर घर में गीता का पाठ होना चाहिए: सुधांशु जी महाराज

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 10 नवंबर, 2022 :

            गीता एक ऐसा ग्रंथ है जिसे सभी को पढ़ना चाहिए, क्योंकि यही वो ग्रंथ है जिसमें दिल लगाना जरूरी है। जैसे हिमालय एक है, वैसे ही गीता भी एक है। हर घर में गीता होना जरूरी है। आध्यात्म जीवन का एक जरूरी अंग है। सभी माता-पिता भगवान श्री कृष्ण के नाम से दिन की शुरुआत करें। आध्यात्मिक गुरु श्री सुधांशु जी महाराज ने आज सेक्टर 5, पंचकूला स्थित शालीमार मैदान में चल रहे चार दिवसीय भव्य भक्ति सत्संग के पहले दिन ये बातें कहीं। 

            विश्व जागृति मिशन, पंचकूला, चंडीगढ़ और मोहाली मंडल के तत्वावधान में आयोजित इस भक्ति सत्संग में सुधांशु जी महाराज ने कहा कि जैसे तन की शुद्धि जरूरी है, वैसे ही मन की शुद्धि भी जरूरी है। मनन करने से नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखा जा सकता है। गीता श्रीकृष्ण जी के मुख से निकले अमृत रूपी वाक्यों से बनी है, जिसे पढ़ने से जीवन सफल हो जाता है। जीवन में हमेशा अच्छी आदतों पर जोर होना चाहिए।

            उन्होंने कहा कि हर परिस्थिति में भगवान कृष्ण की भांति मुस्कराते रहना चाहिए और जीवन में जो कुछ प्राप्त हुआ है उसके लिए ईश्वर का शुक्रगुजार रहना चाहिए। गीता के आठवें अध्याय में श्रीकृष्ण ने कहा है कि अपनी कमियो और बुराइयों से युद्ध करना चाहिए। चालीस दिनों तक बार-बार करने से कोई भी चीज आदत बन जाती है। अच्छी आदतों के विकास पर जोर देना चाहिए।

            सत्संग 13 नवंबर तक जारी रहेगा, जिसमें श्री सुधांशु जी महाराज भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं की व्याख्या करेंगे और ध्यान साधना व गीता ज्ञान पर प्रवचन देंगे। सत्संग का समय प्रतिदिन सुबह 9 से 11 बजे और शाम 5 से शाम 7 बजे तक है। बाहर से आने वाले भक्तों के ठहरने और जलपान की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है।