कमल को हराने के लिए गुजरात का कीचड़ साफ़ करेगा झाड़ू : मुख्यमंत्री

  • गुजरात में बदलाव की हवा चल रही है और लोग भ्रष्ट, ज़ालिम और निकम्मी सरकार को बाहर का दरवाज़ा दिखाने के लिए उतावले
  • पंजाब सरकार की जन हितैषी पहलकदमियां गिनाईं

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

           पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि कमल चाहे कीचड़ में खिलता है परन्तु झाड़ू गुजरात में इस कीचड़ को सफ़ाई करेगा, जिससे राज्य में से ‘कमल के सफाए’ का रास्ता साफ हो जायेगा।


           यहाँ एक सार्वजनिक रैली के दौरान इक्टठ को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में बदलाव की हवा बह रही है। उन्होंने कहा कि 27 सालों के बाद एक ऐसा दृश उभरा है, जहाँ झाड़ू ( आम आदमी पार्टी) राज्य में से कमल ( भाजपा) को बाहर का रास्ता दिखाऐगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में कांग्रेस पहले ही वेंटिलेटर पर है और मुख्य मुकाबला ’आप’ और भाजपा के बीच है।


           मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी की रैलियों में भारी हाज़िरी इस बात का प्रतीक है कि लोग मौजूदा सरकार से ऊब चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोग इस निकम्मी, ज़ालिम और भ्रष्ट सरकार से बदलाव चाहते हैं। भगवंत मान ने कहा कि वह झूठे सपने नहीं बेच रहे, बल्कि लोग सिस्टम बदलने का समर्थन कर रहे हैं।


           मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कुदरती स्रोतों की बहुतायत है परन्तु अफ़सोस है कि नेताओं ने अपने भ्रष्ट कामों के साथ देश को बर्बाद कर दिया है। भगवंत मान ने कहा कि देश निवासी, इन भ्रष्ट नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए आगे आएं।


           पंजाब में आम आदमी सरकार की कई अहम पहलकदमियों का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली जुलाई से पंजाब सरकार ने हर बिल पर लोगों को 600 यूनिट बिजली मुफ़्त मुहैया करवाई है। उन्होंने बताया कि इसके नतीजे के तौर पर सितम्बर महीने में कुल 72.66 लाख में से 50 लाख घरों का बिजली का बिल ज़ीरो आया है। भगवंत मान ने कहा कि पिछले छह महीनों में 17 हज़ार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियां दी गई हैं।


           मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नौकरियां केवल मेरिट के आधार पर मुहैया करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में गुजरात की तरह भर्ती परीक्षा लीक होने जैसी कोई दोषपूर्ण व्यवस्था नहीं है। भगवंत मान ने कहा कि नौकरियां पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया के द्वारा दीं जातीं हैं।


           मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार नौकरियों में शोषण वाली ठेका प्रणाली के विरुद्ध है, जिस कारण उन्होंने पंजाब के 36,000 से अधिक ठेके पर रखे मुलाजिमों की सेवाओं को रेगुलर करने की प्रक्रिया शुरू की है। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने शुक्रवार को राज्य के करीब 9000 अध्यापकों को रेगुलर करने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह यकीनी बनाया जा रहा है कि पक्के सरकारी कर्मचारी, लोगों को बढ़िया प्रशासन मुहैया करवा सकें।


           मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने मानक सेहत सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य भर में 100 आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किये हैं। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिकों में लोगों का मुफ़्त इलाज करने के साथ-साथ उनको खून की जांच की सुविधा भी मुफ़्त दी जाती है। भगवंत मान ने कहा कि इससे लोगों को मानक सेहत सहूलतें यकीनी बनाने के साथ-साथ बड़े अस्पतालों पर अतिरिक्त बोझ भी कम हुआ है।