हरियाणा युवा कांग्रेस का प्रदेश सरकार द्वारा 105 सरकारी स्कूलों को बंद करने के खिलाफ प्रदेशभर में हस्ताक्षर अभियान
दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा कि पहले 196 और अब 105 स्कूलों को बंद करके सरकार अपने मंसूबों को जाहिर कर चुकी है कि वह शिक्षा को पूर्णतया निजी हाथों में सौंपना चाहती है। इसी श्रृंखला में और भी सैकड़ों प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च विद्यालयों के नाम हैं, जिन्हें जल्द ही बंद किया जा सकता है। प्रदेश सरकार पहले ही 450 स्कूलों में विज्ञान और भौतिकी शिक्षा को बंद कर चुकी है। यही कारण है कि मौजूदा वर्ष में पिछले वर्ष के मुकाबले एक लाख से ज्यादा एनरोलमेंट कम हुए हैं।
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 24 अगस्त :
हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में 105 सरकारी स्कूल बंद करने और बिना किसी भर्ती के सरकारी स्कूलों से लगभग 3 हजार शिक्षकों के पद खत्म करने के खिलाफ हरियाणा युवा कांग्रेस द्वारा अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा जी की अगुवाई में प्रदेश के सभी जिलों में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है। बातचीत में दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि “यह एक चिंतनीय विषय है कि विगत 8 वर्ष में प्रदेश सरकार द्वारा एक भी शिक्षक नियुक्ति नहीं की गई है और हरियाणा सरकार चिराग योजना, रैशनलाइजेशन पॉलिसी लागू कर सरकारी स्कूलों को निरंतर बंद करने का काम रही है।” युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी बताया कि किस प्रकार प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार के आजतक के कार्यकाल मे कुल 301 सरकारी स्कूल बंद किए जा चुके है। साथ ही 8 साल से शिक्षकों की कोई नयी भर्ती भी नहीं की गयी है। जिसका आलम यह है कि आज शिक्षकों के साथ अभिभावकों व विद्यार्थियों को भी सड़कों पर उतर इस सरकार की नीतियों का विरोध करना पड़ रहा है।
ग्रीष्मकालीन विधानसभा सत्र के दौरान जहां सरकार ने बताया था कि प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों के 38,476 पद खाली हैं। लेकिन बिना कोई नई भर्ती किए मॉनसून सत्र आते-आते सरकार ने खाली पदों की संख्या घटाकर 35,980 कर दिया। इसी तरह सरकार चिराग योजना और रैशनलाइजेशन लागू करके आने वाले दिनों में शिक्षकों के हजारों अन्य पदों को भी खत्म करने जा रही है।
दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा कि पहले 196 और अब 105 स्कूलों को बंद करके सरकार अपने मंसूबों को जाहिर कर चुकी है कि वह शिक्षा को पूर्णतया निजी हाथों में सौंपना चाहती है। इसी श्रृंखला में और भी सैकड़ों प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च विद्यालयों के नाम हैं, जिन्हें जल्द ही बंद किया जा सकता है। प्रदेश सरकार पहले ही 450 स्कूलों में विज्ञान और भौतिकी शिक्षा को बंद कर चुकी है। यही कारण है कि मौजूदा वर्ष में पिछले वर्ष के मुकाबले एक लाख से ज्यादा एनरोलमेंट कम हुए हैं।
दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि जहां एक ओर माननीय चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के करीब 19.50 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती थी। उसको भी मौजूदा सरकार ने लगभग बंद करने का काम किया है। वहीं दूसरी ओर सरकार ने पुराने स्कूलों का नाम बदलकर मॉडल संस्कृति स्कूल तो कर दिया है लेकिन इनमें आधारभूत संरचना व सुविधाओं के नाम पर कुछ भी कार्य नहीं किया गया है। सिर्फ नाम बदलकर सरकार ने स्कूलों की फीस बढ़ाने का काम किया है। प्रदेश के युवा वर्षों से शिक्षकों की भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन सरकार निरंतर स्कूलों को बंद करने के कार्य में जुटी हुई है।
हरियाणा युवा कांग्रेस प्रदेश के 22 जिलों में चलाए गए इस हस्ताक्षर अभियान से सरकार को खुले तौर पर चेतावनी देती है कि प्रदेश के बच्चों से उनकी शिक्षा का हक छीनना बंद करें और सरकार 105 स्कूलों को बंद करने वाले अपने इस गरीब व शिक्षा विरोधी तुगलकी फैसलों को तुरंत रूप से वापिस ले। अन्यथा आने वाले समय में हरियाणा युवा कांग्रेस सरकार और उसकी गरीब विरोधी व शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन करने को तैयार है ।