एनजीटी की टीमें वापस जाते ही प्रशासन पर हावी हुआ खनन माफिया

दक्षिणी व उत्तरी हरियाणा से मार्च में रवाना हो गई थी एनजीटी की टीमें 
कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

प्रदेश में हो रहे अवैध खनन तस्करों पर कार्रवाई के लिए लगाई गई एनजीटी की टीमें प्रदेश से मार्च में हटा दी गई थी। उसके बाद निरंतर खनन माफिया प्रशासन पर हावी होता नजर आया है। प्रदेश में कई जगह खनन विभाग व पुलिस टीमों के बीच खनन माफिया की झड़प होने की घटनाएं सामने आती रही। सबसे बड़ी घटना नुंह में डीएसपी को डंपर के नीचे कुचलकर हत्या करने से प्रदेश में हावी हो रहे खनन माफिया की चर्चाएं पड़ोसी राज्यों तक चर्चा का विषय बनी हुई है।

पर्यावरण प्रेमी अंकुश, अशफाक, महबूब व विकास ने बताया कि प्रदेश में अवैध खनन को रोकने के लिए लगाई गई एनटीटी की टीमें खनन माफिया के खिलाफ निरंतर कार्रवाई कर रही थी। खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए लगाई गई एनजीटी की टीमों ने खनन माफिया पर सख्ती से नकेल कसी थी और खनन माफिया पर करोड़ों रुपए का जुर्माना लगाकर सरकार के राजस्व को भी रिकॉर्ड फायदा पहुंचाया था। एनजीटी टीमें लगातार पिछले कई साल से कार्य कर रही थी। प्रदेश में एक टीम उत्तरी हरियाणा तो दूसरी टीम दक्षिणी हरियाणा में कार्य कर रही थी। दोनों टीमों की कार्रवाई से बड़े से बड़ा खनन माफिया बिलों में जा घुसे थे। टीमों की ताबड़तोड़ कारवाई से प्रदेश में अवैध खनन का खेल पूरी तरह से सिमट कर रह गया था। एनजीटी की टीमों की कार्रवाई से प्रदेश में बड़े से बड़ा माफिया सकते में आ गया था।

इसके साथ ही भूतपूर्व माइनिंग डायरेक्टर आईपीएस अमिताभ ढिल्लों की कार्रवाई भी अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ काबिले तारीफ कर रही थी। आईपीएस अमिताभ ढिल्लो ने प्रदेश में अवैध खनन से जुडे करोड़ों रुपए के घोटाले को भी उजागर किया था। भूतपूर्व मॉइनिग डायरेक्टर अमिताभ ढिल्लों व एनजीटी टीमों की जुगलबंदी ने प्रदेश में खनन माफियाओं को नाकों चने चबा रखे थे। आईपीएस अमिताभ दिलों के मॉइनिग डायरेक्टर पद से हटते ही कुछ समय बाद इसी वर्ष मार्च में खनन माफिया पर कार्रवाई कर रही एनजीटी की टीमों को भी हटा दिया गया। जिसका फायदा खनन माफिया ने उठाया और अपनी मनमर्जी से अवैध खनन करते करते उनके हौसले इतने बुलंद हो गए कि छोटे-मोटे कर्मचारी तो क्या बड़े-बड़े अधिकारियों को भी ट्रकों के नीचे कुचलने लगे। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि जब एनजीटी द्वारा लगाई गई टीमों ने खनन माफिया पर जमकर नकेल कसी हुई थी। सरकार को दोबारा से खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए एनजीटी की टीमों को प्रदेश में पहले की तरह ही लगाना चाहिए ताकि अवैध खनन माफिया पर नकेल कसी जा सके और पर्यावरण भी बचा रहे।