पंजाब सरकार के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. विजय सिंगला, पहले बर्खास्त अब गिरफ्तार

मानसा से विधायक बने पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1% कमीशन मांग रहे थे। इसकी शिकायत CM भगवंत मान तक पहुंची थी। उन्होंने गुपचुप तरीके से इसकी जांच कराई। अफसरों से पूछताछ की, फिर मंत्री सिंगला को तलब किया गया। मंत्री ने गलती मान ली, इसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया। इसके बाद मंत्री के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस की टीम ने तैयारी कर ली है। इसके बाद अब सिंगला की आम आदमी पार्टी से भी छुट्‌टी करने की तैयारी है। पंजाब आप के प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कहा कि दागी लोगों की आम आदमी पार्टी में कोई जगह नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के एक नेता अपने मंत्री पद की शपथ ले रहे थे।

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला को अपनी कैबिनेट से हटा दिया है. बताया जा रहा है कि उन पर रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं, जिसके बाद उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। मुख्यमंत्री मान ने उनके खिलाफ पुलिस को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।  करीब 10 वर्ष पहले विजय सिंगला आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। इस बार के पंजाब विधानसभा चुनाव में डॉ. विजय सिंगला ने मानसा से प्रसिद्ध गायक और कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला को 60,000 से अधिक वोटों से हराया था।

CM भगवंत मान ने बताया, “मेरे ध्यान में एक केस आया। इसमें मेरी सरकार का एक मंत्री हर टेंडर या उस विभाग की खरीद-फरोख्त में एक परसेंट कमीशन मांग रहा था। इस केस का सिर्फ मुझे पता है। इसके बारे में विरोधी पार्टियों और मीडिया को पता नहीं है। मैं चाहता तो केस को दबा सकता था, लेकिन इससे लोगों का विश्वास टूट जाता। मैं उस मंत्री के खिलाफ सख्त एक्शन ले रहा हूं। उसे मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस को उसके खिलाफ केस दर्ज करने के लिए आदेश दे दिए हैं।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक विजय सिंगला ने ठेके के आवंटन में कॉन्ट्रैक्टर से 1% कमीशन की मांग रखी थी। उनके खिलाफ पक्के सबूत मिलने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का फैसला लिया। अपने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने मुझे कहा था कि मैं एक पैसे की रिश्तखोरी, बेईमानी बर्दाश्त नहीं करूं. मैंने उन्हें वचन दिया था ऐसा नहीं होगा। हम आंदोलन से निकले हुए लोग हैं, और वह आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ था।”

मान ने कहा कि विरोधी पार्टियां कहेंगी कि दो महीने में ही मेरी सरकार का एक मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया। मैं कहना चाहता हूं कि एक्शन भी तो मैंने ही लिया है। उन्होंने कहा कि पुराने सीएम को भी पता था कि अवैध रेत खनन में कौन था? फिर भी एक्शन नहीं लिया गया। मैं मंत्री को बर्खास्त करने के साथ उसके खिलाफ केस भी दर्ज करवा दी हूं।