चन्नी के रहते सिद्धू पर कोंग्रेसियों की चाहत बहुत कम
पंजाब में आजकल कौन बनेगा मुख्यमंत्री वाला गेम जोर शोर से चल रहा है….अभी खासकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में इसका हल्ला जरा ज्यादा है….इन दोनों ही दलों में सीएम चेहरे को लेकर काफी दिनों से चर्चा होती रही है,…आम आदमी पार्टी के पास पंजाब में एक बड़ा चेहरा सांसद भगवंत मान का ही था और पार्टी ने लोगों की राय लेने के बाद घोषणा कर दी है कि यदि आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार बनती है तो भगवंत मान सीएम होंगे। इधर कांग्रेस अभी भी खुलकर कुछ कहने के बजाए सिम्बॉलिक मैसेज ही दे रही है….
संवाददाता,डेमोक्रेटिक फ्रंट – चंडीगढ़ :
कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला लिया था। इसके बावजूद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू लगातार सोशल मीडिया के जरिये कांग्रेस आलाकमान पर खुद को पंजाब में सीएम चेहरा (CM Face) घोषित करने का दबाव बना रहे थे। जिसे लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लंबे समय से खींचतान जारी थी। लेकिन, ये खींचतान अब खत्म होती नजर आ रही है. दरअसल, पंजाब चुनाव 2022 में सामूहिक नेतृत्व की बात कर रही कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर बताया है कि सीएम कैसा होना चाहिए? और, इस वीडियो में साफ नजर आता है कि कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब चुनाव 2022 में सीएम चेहरे के तौर पर चरणजीत सिंह चन्नी का नाम फाइनल कर दिया है। और, अब इसकी औपचारिक घोषणा भर होना बाकी है. इस स्थिति में सवाल उठना लाजिमी है कि चन्नी सीएम उम्मीदवार होंगे, तो अब नवजोत सिंह सिद्धू के पास विकल्प क्या है?
कांग्रेस ने ट्विटर पर जो वीडियो शेयर किया है, उसमें बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद नजर आ रहे हैं। जो कह रहे हैं कि ‘असली चीफ मिनिस्टर वो है, जिसे जबरदस्ती कुर्सी पर लेकर आया जाए। उसको कुर्सी के लिए संघर्ष नहीं करना पड़े. उसको बताना नही पड़े कि मैं चीफ मिनिस्टर कैंडिडेट हूं। मैं डिजर्व करता हूं…वो ऐसा होना चाहिए जो बैक बेंचर हो या उसको पीछे से उठा कर आगे लाया जाए और बताया जाए कि तू डिजर्व करता है। वो जो सीएम बनेगा, देश बदल सकता है।’ इसके बाद इस वीडियो में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के अलग-अलग कार्यक्रमों के वीडियो फुटेज चलते हैं। इस वीडियो को देख कर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस आलाकमान ने तय कर लिया है कि सीएम चेहरे के लिए नवजोत सिंह सिद्धू की जगह चरणजीत सिंह चन्नी पर ही दांव लगाया जाएगा।
राहुल गांधी के करीबी निखिल अल्वा ने बीते 19 जनवरी को एक ट्वीट करके लोगों से पंजाब कांग्रेस मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए ऑनलाइन वोट करने को कहा था. जिसमें उन्होंने चार ऑप्शन दिए थे पहला मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, दूसरा नवजोत सिंह सिद्धू, तीसरा सुनील जाखड़ और चौथा बिना चेहरे के चुनाव में उतरना। इस सर्वे के बाद अब कांग्रेस ने जनता की राय जानने के बाद ये साफ किया है कि लोग पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे ज्यादा वोट दे रहे हैं।
आपको बता दें कि राहुल गांधी के करीबी निखिल अल्वा के ऑनलाइन पोल में ये सामने आया है कि पंजाब में कांग्रेस के सीएम चेहरे के लिए पहली पसंद चरणजीत सिंह चन्नी हैं और चन्नी मौजूदा सीएम भी हैं। ट्विटर पोल में चन्नी को सीएम चेहरे के लिए 60 फीसदी वोट मिले हैं। दूसरे नंबर पर महज 12 प्रतिशत वोट के साथ नवजोत सिंह सिद्धू हैं। तीसरे नंबर पर 10 फीसदी लोगों का कहना है कि पंजाब में कांग्रेस को बिना सीएम चेहरे के उतरना चाहिए। वहीं सुनील जाखड़ 9 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं। पिछली बार भी वो हिंदू चेहरा होने की वजह से सीएम नहीं बन सके थे।
नवजोत सिंह सिद्धू लगातार ये शोर मचा रहे हैं कि वो पंजाब को स्वर्ग बना सकते हैं और उनका कहना है कि उनके पास पंजाब के लिए रोडमैप है। उनके पास पंजाब मॉडल है, इससे वो कर्ज में डूबे राज्य को अपने पैरों पर खड़ा कर सकते हैं। वो लगातार सीएम चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि उनसे विपरीत राज्य के मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चेहरा चाहते हैं। मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर रंधावा और राणा गुरजीत सिंह ने तो इसकी खुली वकालत भी की है।
वहीं पंजाब कांग्रेस, सीएम के चेहरे की मांग के विपरीत चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ की संयुक्त लीडरशिप में चुनाव लड़ना चाहती है। इसके पीछे पंजाब का जातीय गणित है। पंजाब में 32 फीसदी दलित आबादी है, जिसके लिए चन्नी बड़ा फैक्टर हैं. 19 प्रतिशत जट्ट सिख वोट के लिए पंजाब कांग्रेस प्रधान सिद्धू और 38 फीसदी हिंदू वोट बैंक को जाखड़ के जरिए साधने की कोशिश है।
जातीय गणित को साधने के लिए कांग्रेस सीएम चेहरे की चर्चा तो कर रही है लेकिन घोषणा किसी के नाम की नहीं कर रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा के बाद कांग्रेस पर काफी दबाव बन गया है इसीलिए राहुल गांधी के करीबी निखिल द्वारा सर्वे की रिपोर्ट आलाकमान को दे दी गई है और जनता के सामने भी इसे उजागर कर दिया गया है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी( आआपा ) द्वारा भगवंत मान के चेहरे की घोषणा के बाद आआपा को मिले लोगों के समर्थन को देखने के बाद पंजाब में कांग्रेस अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करती है या नहीं।