वसीम रिजवी इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने जा रहे हैं

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी आज इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने जा रहे हैं। कुरान की आयतों को हटाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में अर्जी देने वाले वसीम रिजवी आज हिंदू धर्म स्वीकार कर लेंगे। कुछ समय पहले वसीम रिजवी ने अपनी वसीयत में भी लिख दिया था कि मरने के बाद उन्हें दफनाने की बजाय हिंदू रीति रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया जाए। हालांकि मुस्लिम समुदाय का कहना है कि इस्लाम और शियाओं से इसका कुछ लेना-देना नहीं है।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़/नयी दिल्ली:

मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आए शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी आज इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने जा रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि महाराज उन्हें सनातन धर्म धर्म ग्रहण कराएंगे। असल में पिछले दिनों ही वसीम रिजवी ने अपनी वसीयत लिखी थी और उसमें ऐलान किया था कि उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाजों से किया जाए।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिजवी को आज सुबह साढ़े दस बजे यति नरसिंहानंद गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में हिंदू धर्म ग्रहण कराएंगे और इस दौरान वहां पर अनुष्ठान किए जाएंगे और उसके बाद वसीम रिजवी को हिंदू धर्म ग्रहण कराया जाएगा। वसीम रिजवी कई सालों से अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में है। पिछले दिनों ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कुरान के विवादित आयतों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को रिट दाखिल की थी और कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था।

कुछ दिन पहले जारी की थी अपनी वसीयत

वसीम रिजवी ने कुछ दिन पहले ही अपनी इच्छा जारी की थी। इसमें उन्होंने घोषणा की थी कि उन्हें मौत के बाद दफनाया न जाए बल्कि हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाए। उन्होंने ये भी कहा था कि उनकी चिता को यति नरसिंहानंद मुखाग्नि दें। वहीं आज यति नरसिंहानंद उन्हें हिंदू धर्म ग्रहण कराएंगे।

सिर कलम करने की धमकी

दरअसल पिछले दिनों ही रिजवी ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि मुझे मारने और सिर कलम करने की साजिश रची जा रही है। मेरा एकमात्र अपराध यह है कि मैंने कुरान की 26 आयतों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। क्योंकि ये गलत हैं और समाज में इनका गलत असर हो रहा है। तभी उन्होंने कहा था कि अगर मुसलमान उन्हें मारना चाहते हैं और वह मेरे मरने के बाद किसी भी कब्रिस्तान में जगह नहीं देंगे, इसलिए मेरे मरने के बाद मेरा अंतिम संस्कार कर देना चाहिए और उनके शव को यति नरसिंहानंद मुखाग्नि दें।

कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं रिजवी

वसीम रिजवी अक्सर कट्टरपंथी मुसलमानों के निशाने पर रहते हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कुरान से 26 श्लोक आयतों को हटाने की मांग की थी। इसके बाद रिजवी मुस्लिम संगठनों के निशाने पर आ गए हैं और मुस्लिम संगठनों का यह भी कहना है कि रिजवी का इस्लाम और शिया समुदाय से कोई लेना-देना नहीं है। मुस्लिम संगठनों ने रिजवी को मुस्लिम विरोधी संगठनों का एजेंट बताया है।