पंचांग, 05 अगस्त 2021
प्रदोष व्रत आज यानी 5 अगस्त, दिन गुरुवार को है। प्रदोष व्रत भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखते हैं। हर महीने त्रयोदशी तिथि एक बार शुक्ल और एक बार कृष्ण पक्ष में आती है। इस तरह से हर महीने दो और साल भर में कुल 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः श्रावण़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः द्वादशी सांय काल 05.10 तक है।
वारः गुरूवार,
नक्षत्रः आद्र्रा (की वृद्धि है जो कि शुक्रवार को प्रातः 06.37 तक हैं,)
योगः हर्षण रात्रि काल 01.13 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः कर्क,
चंद्र राशिः मिथुन,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः05.49,
सूर्यास्तः07.05 बजे।
नोटः आज प्रदोष व्रत है।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।