पंचांग 25 जुलाई 2021
आज रात्रि 10.48 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं। पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है। चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पाॅच व्यक्तियों के अकाल मृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः श्रावण़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः प्रतिपदा प्रातः 05.51 तक है।
वारः रविवार, नक्षत्रः श्रवण प्रातः 11.18 तक हैं,
योगः आयुष्मान रात्रि 12.42 तक,
करणः कौलव,
सूर्य राशिः कर्क,
चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः सायंः 4.30 से सायं 6.00 बजे तक,
सूर्योदयः05.42,
सूर्यास्तः07.12 बजे।
नोटः द्वितीया तिथि का क्षय है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।