जैव विविधता प्रबंधन समितियों का उद्देश्य जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देना : उपायुक्त अनीश यादव
जिला बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट कमेटी की बैठक, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सिरसा, 06 जुलाई:
उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि बायोडायवर्सिटी एक्ट 2002 के तहत जीव-जंतु, पक्षी या दूसरे जानवर आदि सभी जैविक संसाधनों में आते हैं, अलग-अलग क्षेत्रों में जैव विविधता पाई जाती है। जैव विविधता के संरक्षण व बढ़ावा देने के उद्देश्य से जैव विविधता प्रबंध समितियों का गठन भी किया गया है। जैव विविधता की हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए जैव विविधता प्रबंधन समिति (बीएमसी) व अधिकारी तकनीकी सहायक समूह (टीएसजी) अपना पूर्ण सहयोग करें।
उपायुक्त मंगलवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में जिला बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में जैव विविधता बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे लोक जैव विविधता पंजिका के सत्यापन बारे चर्चा की गई और जैव विविधता प्रबंधन समिति जुड़े हुए मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर जिला वन अधिकारी राम कुमार जांगड़ा, उप निदेशक कृषि डा. बाबूलाल सहित माटी संस्था (तकनीकी सहायक समूह-टीएसजी), बागवानी विभाग, पशुपालन विभाग, डेयरी विभाग, राजस्व विभाग, जिला परिषद और शिक्षा विभाग के विशेषज्ञों ने भाग लिया।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में जैव विविधता संरक्षण संबंधित कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि लोग जैव विविधता को लेकर संवेदनशील हो और इसके प्रति उनमें रुझान पैदा हो। उन्होंने संबंधित विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वे माटी संस्था (टीएसजी) का भी हर संभव सहयोग करें। इस कार्य के लिए जिला में गांव स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समिति (बीएमसी) अपने-अपने क्षेत्र में जैव संरक्षण की दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए। उन्होंने कहा लोक जैव विविधता पंजिका (पीपल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर) जैव विविधता के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, इस पंजिका के निर्माण का प्रथम चरण पूर्ण हो चुका है। इस पंजिका में स्थानीय जैव विविधता संसाधनों की उपलब्धता और उनसे जुड़ी हुई जानकारी है जो की महत्वपूर्ण है।
बैठक में जिला वन अधिकारी एवं जिला बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य सचिव राम कुमार द्वारा सिरसा जिले में चल रहे जैव विविधता पंजिका के निर्माण कार्य संबंधित जानकारी दी। टीएसजी की सदस्य ओइंद्रिला सन्याल ने जैव विविधता और जैव विविधता प्रबंधन समिति के गठन कार्यक्षेत्र और जैव विविधता के संरक्षण के लिए किए गए कार्यों की जानकारी दी। डॉ वेद प्रकाश (वैज्ञानिक) और डॉ अंकिता राजपूत (वैज्ञानिक) ने बताया कि सभा में मौजूद अधिकारियों को बी.एम.सी. गठन और पी. बी. आर. निर्माण तक सारी प्रक्रिया की जानकारी दी। बैठक में विशेषज्ञ की टीम से प्रतीक्षा महर, दीपशिखा अनुप्रिया, आकाश, उदित राजपूत और डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर आनंद कुमार भी मौजूद थे।