चोरी व धोखाधड़ी के मामलों के विरोध में एक दिन के लिए बंद रही अनाज मंडी
-विधायक गोपाल कांडा के नाम गोबिंद कांडा को सौंपा अल्टीमेटम पत्र
-एक सप्ताह के बाद जिलाभर में मंडिय़ों होंगी पूर्ण रूप से बंद
सतीश बंसल सिरसा:
अनाज मंडी में बढ़ते चोरी व धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस द्वारा कोई भी कार्रवाई न करने के विरोध में गत दिवस शनिवार क़ो अनाज मंडी सिरसा पूर्ण रूप से बंद रही। दि आढ़तियान एसोसिएशन अनाज मंडी सिरसा के प्रधान हरदीप सरकारिया व फूड ग्रेन एसोसिएशन के प्रधान गौरव गोयल के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न व्यापारी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि अनाज मंडी के शैड के नीचे शामिल हुए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर रोष जाहिर किया।
इस दौरान पत्रकारोंं से बातचीत करते हुए दि आढ़तियान एसोसिएशन अनाज मंडी सिरसा के प्रधान हरदीप सरकारिया ने कहा कि मंडी को पूर्ण रूप से बंद रखा गया है, क्योंकि सिरसा पुलिस अनाज मंडी में बढ़ते चोरी के मामलों में अंकुश लगाने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अल्टीमेटम पत्र भी सौंपा गया था लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकारिया ने बताया कि अनाज मंडी में पिछले तीन वर्ष में चोरी के जितने भी मामले हुए है, उनमें मुकद्दमा दर्ज करने के अतिरिक्त पुलिस प्रशासन ने कुछ भी नहींं किया। इसी के विरोध स्वरूप मंडी बंद रखी गई लेकिन अगर एक सप्ताह में पुलिस प्रशासन ने कोई भी कार्रवाई नहीं की, तो जिला सिरसा की समस्त मंडिय़ों को बंद किया जाएगा। इसके बाद सभी ने विधायक गोपाल कांडा के नाम गोबिंद कांडा को पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की। इस एक दिवसीय बंद में होशियारीलाल शर्मा, हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल से जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा, कॉटन मिल एसोसिएशन से सुशील मित्तल व गुरचरण गर्ग, भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख सहित हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल, सिरसा कॉटन एसोसिएशन, पेस्टीसाइड एसोसिएशन, सिरसा ऑयल यूनियन, सिरसा सीड्स प्रोड्यूसर एसोसिएशन, राइस मिल एसोसिएशन, किरयाणा मर्चेंट्स, जिला स्वर्णकार संघ, शू मर्चेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का पूर्ण रूप से समर्थन रहा। इस मौके पर फ्रूड ग्रेन एसोसिएशन के महासचिव दीपक तायल व सचिव मुकेश गोयल, आढ़तियान एसोसिएशन उप प्रधान सुधीर ललित, कीर्ति गर्ग, अमर सिंह भाटीवाल, महासचिव कश्मीरचंद कंबोज, कोषाध्यक्ष रविंद्र बजाज, वरिष्ठ आढ़ती मनोहर मेहता, पूर्व प्रधान रुलीराम गांधी, विजय चौधरी, सुरेंद्र मिचनाबादी, पूर्व सचिव विरेंद्र माहेश्वरी, सहित काफी संख्या में आढ़ती मौजूद थे।