Tuesday, July 1

आयुर्वेदिक औषधियां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक : उपायुक्त प्रदीप कुमार
-कोरोना से बचाव में आयुष विभाग बन रहा रक्षा कवच,

सतीश बंसल सिरसा, 28 अप्रैल।

             कोरोना संक्रमण से बचाव व संक्रमण फैलाव को रोकने में हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए और अधिक सतर्कता व सावधानी बरते और खुद सुरक्षित रहते हुए दूसरों को भी सुरक्षित रखने में सहयोग करें। संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर इससे बचाव व रोकथाम के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना के फैलाव को रोकने व इससे बचाव के लिए विभिन्न विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में आयुष विभाग भी कंटेनमेंट जोन में रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक औषधियों का वितरण करते हुए कोरोना से बचाव में रक्षा कवच की भूमिका निभा रहा है।

कंटेनमेंट जोन में 55 हजार व्यक्तियों को हो चुका आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण :

              उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा जिला में बनाए गए सभी कंटेनमेंट जोन में 55 हजार व्यक्तियों को आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया जा चुका है तथा कंटेनमेंट जोन में औषधि वितरण का कार्य निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन पद्धति है। आयुर्वेदिक औषधियों के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाई जा सकती है तथा संक्रमण से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है। इसलिए आमजन आयुष विभाग की सलाह अनुसार आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन अवश्य करें। आयुष विभाग की ओर से औषधियों का वितरण किया जा रहा है। उपायुक्त ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना से बचाव के लिए सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों की अनुपालना करें। मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। कोरोना से बचाव संबंध में उपायों व सावधानियों के प्रति बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। बार-बार हाथों को धोते रहें, स्वयं भी सुरक्षित रहें व दूसरों को भी सुरक्षित रखें।

कोरोना से बचाव के लिए ये अपनाएं औषधीय उपाय :  

              जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. गिरीश चौधरी ने बताया कि औषधियों के सेवन से शरीर में संक्रमण जनित रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ सकती है, जिन से रोगों से बचने की संभावना बढ़ती है। उन्होंने बताया कि लोग कोष्ण जल का सेवन करें। एक कप पानी में 5 एमएम अदरक का रस मिला कर गरारे करें। एक कप दूध में 1/2 चम्मच हल्दी मिला कर दिन में 1-2 बार सेवन करें। घर में उपलब्ध किसी भी तेल की 2-2 बूंद नाक में डालें। धनिया, जीरा, सौंफ लहसुन इत्यादि का सेवन करें।