सोनिया गांधी का इस्तीफ़ा, क्या वाकई ???
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी से नया प्रमुख चुनने की अपील की है. माना जा रहा है कि वे इस्तीफ़ा देने वाली हैं. सूत्रों से जानकारी मिली है कि सोनिया गांधी ने साफ कर दिया है कि वे आगे कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष के पद पर नहीं रहना चाहती हैं. बता दें कि सोनिया गांधी को 2019 के आम चुनावों में हार के बाद तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था. हालांकि सोमवार को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अंतरिम अध्यक्ष ही नियुक्त किये जाने की बात कही जा रही है क्योंकि सूत्रों के मुताबिक पूरी पार्टी के नये अध्यक्ष की नियुक्ति कांग्रेस के आंतरिक चुनावों के बाद ही की जा सकती है.
नयी दिल्ली(ब्यूरो):
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सोमवार को होने वाली बैठक में राहुल गांधी के कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनने की संभावना है. पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कांग्रेस के कई नेता खुलकर यह मांग कर चुके हैं कि एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपी जाए. हाल ही में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि कांग्रेस के 100 फीसदी कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल गांधी फिर से पार्टी का नेतृत्व करें. बैठक से पहले, पार्टी के भीतर अलग-अलग आवाज़ें उभर रही हैं. इस संबंध में 300 से अधिक पार्टी नेताओं ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भी लिखा था. इस पत्र में पूर्व मंत्रियों सहित कुछ कांग्रेस नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को संगठनात्मक ढांचे और नेतृत्व में बदलाव के लिए भी लिखा है.
नेहरू – गांधी परिवार और कॉंग्रेस अध्यक्ष पद
Moti Lal Nehru | 2 years( 1919 & 1928) | |
Jwahar Lal Nehru | 7 Years( 1929 – 30; 1936 – 1937; 1946; 1951 – 52) | |
Indira Gandhi | 7 Years( 1959; 1978 – 84) | |
Rajiv Gandhi | 7 Years ( 1984 – 91) | |
Sonia Gandhi | 21years(1998 – 2017; 2019 – Continuing) | |
Rahul Gandhi | 2 Years( 2017 – 19) |
राहुल गांधी कई बार अध्यक्ष पद को स्वीकारने से कर चुके हैं इंकार
कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि एनडीए के सफल होने का कारण “एक मजबूत, एकजुट विपक्ष की अनुपस्थिति” है, और इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पार्टी का एक “हानिकारक साबित होगा.” उन्होंने आगे कहा कि गांधी परिवार “भूमिका के लिए फिट” है क्योंकि परिवार ने “ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से देश की प्रगति में बहुत बड़ा योगदान दिया है.” वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी राहुल गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी की कमान संभालने का आग्रह किया है.
कार्य समिति की बैठक
बता दें कि कई कांग्रेसी नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था जिसमें नेतृत्व परिवर्तन की मांग की गई थी, हालांकि पार्टी ने इस तरह के किसी भी पत्र से इनकार किया है. पार्टी ने कहा है कि कार्य समिति की बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालातों पर चर्चा होगी. इसके बावजूद नेतृत्व परिवर्तन पर चर्चाओं का बाजार गर्म है. कांग्रेस के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि 24 अगस्त को सी डब्ल्यू सी की बैठक सुबह 11 बजे बुलाई गई है जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी.
पत्र में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव में हार के एक साल बाद भी पार्टी ने लगातार गिरावट के कारणों का पता लगाने के लिए कोई आत्मनिरीक्षण नहीं किया है। सीडब्ल्यूसी ने पार्टी सदस्यों के मार्गदर्शन को लेकर भी कोई बात नहीं की है। वहीं कॉन्ग्रेस की होने वाली बैठक को लेकर यह जानकारी सामने आई ही कि पार्टी के पदों में महत्वपूर्ण फेरबदल हो सकता है। इसके अलावा राजनीतिक मुद्दों, अर्थव्यवस्था की स्थिति और कोरोना वायरस संकट जैसे कई मुद्दों पर भी बात की जा सकती है।
पिछली बैठक में जिस तरह से 2019 के आम चुनाव में पार्टी की हार को लेकर कुछ सांसदों ने मुद्दा उठाया था और तीखी बहस हुई थी, उससे सोमवार को कार्य समिति की बैठक काफी महत्वपूर्ण हो गई है. इसके बाद कुछ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व परिवर्तन और कार्य समिति के लिए चुनाव कराने की मांग कर डाली थी.
पार्टी से निलंबित प्रवक्ता संजय झा ने कहा था कि सांसदों समेत कांग्रेस के 100 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिख कर नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी. उन्होंने अंतरिम अध्यक्ष की जगह फुल टाइम अध्यक्ष बनाने की मांग की थी जो कि पार्टी को फिर से जीवित करे. कांग्रेस के कई नेता इस बात से खफा है कि पार्टी दिशाहीन हो गई है.
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