हिंदी के उत्थान के लिए सरकारी और बौद्धिक प्रयास आवश्यक : एस के जैन
पुरनूर, पंचकूला
हिंदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में आज एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमे देश के विभिन्न राज्यों से पत्रकारों, समाज सेवियों, कला और खेल क्षेत्र की प्रतिभाओ ने भाग लिया।
” पत्रकारिता- वर्तमान दिशा और दशा ” पर आयोजित संगोष्ठी में
वरिष्ठ लेखक औऱ www.demokraticfront.com के सम्पादक एस के जैन ने हिंदी भाषा के महत्व और आवश्यकता पर बात करते हुए कहा कि हिंदी की अवहेलना बहुत ही निंदनीय है और इसके उत्थान के लिए सरकारी और बौद्धिक स्तर पर कार्य करना अतिआवश्यक है।
समाजसेवी , राष्ट्रवाद और आंदोलनकरी व्यक्तित्व के रूप में जाने जाने वाले पंडित चन्द्रशेखर आज़ाद के वंशज पंडित सुजीत आज़ाद ने कहा कि स्वतन्त्रता संग्राम में कलम उठाने वालों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता कलम ब्रिटिश साम्राज्य पर भारी पड़ी इसीलिए इसके दमन के लिए हर सम्भव प्रयास किये गए। लेकिन इतिहासकारों ने राजनीति के चलते केवल कुछ नेताओं को महिमामण्डित किया और पत्रकारिता के योगदान का ज़िक्र भी नहीं किया।
हिंदी पत्रकारिता के उद्गम से आज तक के सफर पर बात करते हुए पत्रकार और राज नेता प्रो.वरिंदर सिंह चौहान ने पत्रकारिता के साहस पर रोशनी डालते हुए कहा कि ब्रिटिश सामाज्य के दौरान अनेको बार समाचार पत्रों और पत्रकारों का दमन करने की कोशिश की गई परन्तु पत्रकारिता ने हर बार सिर उठाया और अपने कर्तव्य का पालन किया जो आज तक भी जारी है।
हरियाणा जॉर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष संजय राठी ने जहां सभागार में मौजूद पत्रकारों का उनके काम के लिए सराहना की वहीं उन्होंने सरकार का पत्रकारों के प्रति उदासीन रवैये की कड़ी आलोचना की। उन्होंने ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में अस्क्रेडिक्शन समिति की एक भी बैठक नहीं हुई और न ही समिति का पुनः गठन नहीं किया गया।
नेशनल जॉर्नलिस्ट वेलफेयर बोर्ड के अध्यक्ष और अन्य पत्रकार संगठनों के पदाधिकारी और किसान विकास संगठन के संजय राय ने हिंदी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों को शुभकामनाएं दीं और पत्रकारीता की मौजूदा स्थिति पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर समाचार क्यारी के ब्यूरो चीफ संजय शर्मा को राष्ट्रीय किसान विकास यूनियन का हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष चुना गया।
हरियाणा ग्रन्थ अकादमी के अध्यक्ष राणा ओबरॉय ने कहा पत्रकारिता चौथा स्तम्भ है इसे अपनी ज़िम्मेदारी को बहुत ध्यान से निभाना चाहिए।
समाज सेवी सुधा भारद्वाज ने हिंदी के महत्व के विषय में बात करते हुए कहा आज के दौर में अपनी राष्ट्र भाषा की अवहेलना होते देख बहुत दुख होता है । जबकि हिंदी समाचारपत्रों द्वारा हिंदी भाषा को आज भी सर्वोपरि रखा जा रहा है यह एक सराहनीय कदम है।
समाचार क्यारी के प्रमुख सम्पादक राजेश शर्मा ने पत्रकारो को सम्बोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है न कि पेशा । इसे पैसा कमाने का साधन न मान कर स्वयं को राष्ट्र और समाज के प्रति उत्तरदायी समझकर कार्य करना चाहिए।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में खास मुकाम हासिल करने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। संघ लोक सेवा आयोग की आई ए एस की परीक्षा में उच्च रैंक पाने और हरियाणा का नाम रौशन करने वाली विधित डावर, को सम्मानित किया गया। इनके अलावा अन्य विभूतियों को भी पगड़ी पहना कर और स्मृति चिन्हों प्रदान कर सम्मानित किया गया।
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