Saturday, December 21

चंडीगढ़, 12 जून

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में पहली बार मातृ मृत्यु दर का आंकडा 26 अंक गिरकर 101 प्रति लाख रह गया है। हरियाणा, इस ‘सहस्राब्दी (मिलेनियम) विकास लक्ष्य’ (139 प्रति लाख) को प्राप्त करने वाले देश के सर्वोच्च 10 प्रदेशों में सातवें स्थान पर रहा है।

श्री विज ने कहा कि हरियाणा की जनता के लिए यह हर्ष का विषय है कि एक मई 2018 को जारी सैंपल पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016 में हरियाणा मातृ मृत्यु दर 101 प्रति लाख रह गई है, जोकि वर्ष 2013 में 127 प्रति लाख थी। राष्टï्रीय स्तर पर मातृ मृत्यु दर का यह आंकड़ा 130 का है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने वर्ष 2030 तक यह लक्ष्य 70 तक लाने का रखा है ताकि माताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में संस्थागत डिलिवरी वर्ष 2014 की तुलना में इस वर्ष तक करीब 6 प्रतिशत बढक़र 92 प्रतिशत हो गयी है, जिसके कारण प्रदेश में एमएमआर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में मातृ स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी की गई है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व तथा प्रसव उपरान्त देखभाल पर पूरा ध्यान दिया जाता है। सरकार ने राज्य में उच्च जोखिम गर्भावस्था योजना, विशेषज्ञों की सेवाएं, प्रथम रेफरल इकाइयों तथा लेबर रूम को आधुनिक बनाया गया है।

श्री विज ने बताया कि सरकार द्वारा केन्द्र की अनेक योजनाओं को राज्य के स्वास्थ्य केन्द्रों में शुरू किया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप इस प्रकार के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इनमें प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना तथा आपातकालीन प्रसूता देखभाल इत्यादि शामिल हैं।