डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 14 जून :
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि हरियाणा में भाजपा’राज’ नहीं, बल्कि गुंडा’राज’ चल रहा है। यही वजह है कि गुंडे-बदमाश बेखौफ होकर वारदातों का अंजाम दे रहे हैं और आम जनता डर के साए में जीने को मजबूर है। जिस बीजेपी को जनता ने सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है, वह खुद सत्ता की मदमस्त नींद में सो रही है और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर अपराध को संरक्षण दे रही है।
रोहतक में बदमाशों ने शराब के ठेके पर की फायरिंग, इंस्टाग्राम पर डाला वीडियो। हांसी में व्यापारी से मांगी 50 लाख की फिरौती। टोल प्लाजा पर फायरिंग, खाद की दुकान पर भी गोलियां चलाई। फैक्ट्री मालिक से मांगी 50 लाख की फिरौती। कुरुक्षेत्र में शराब ठेकेदार की गोलियां मारकर हत्या। पिंजौर में धमकी देकर 2 दिन बाद कर दी हत्या। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ये पिछले कुछ दिनों में छपी अखबारों की सुर्खियां है। रोज अखबार ऐसी खबरों से भरे मिलते हैं। लेकिन बीजेपी सरकार को यह सब दिखाई नहीं दे रहा। क्योंकि कानून व्यवस्था व जनता की सुरक्षा कभी भी बीजेपी की प्राथमिकता नहीं रही।
यही वजह है कि जब भी भाजपा सत्ता में आती है, प्रदेश में गुंडाराज स्थापित हो जाता है। इससे पहले जब साल 2000 से 2005 तक बीजेपी और इनेलो की सरकार थी, तब हरियाणा में ऐसी ही गुंडागर्दी और माफियाराज था। आए दिन गोलीबारी, फिरौती और डकैती की वारदातें होती थीं। एक बार फिर हरियाणा में वही सब हो रहा है। इस सरकार ने हरियाणा को माफिया राज और गैंगवॉर में धकेल दिया है।
हुड्डा ने कहा कि खुद प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सामाजिक प्रगति सूचकांक (SPI) रिपोर्ट में हरियाणा को देश का सबसे असुरक्षित राज्य बताया गया है। एनसीआरबी की रिपोर्ट भी चीख-चीखकर यही गवाही देती है। 2022 में एक साल के भीतर प्रदेश में 1020 हत्याएं यानी रोज 3 हत्याएं हुई। 2022 के दौरान ही हरियाणा में 1786 रेप की वारदातें हुईं यानी रोज 4-5 रेप हुए।
महिलाओं के विरुद्ध अपराध की बात की जाए तो 1 साल के भीतर 16,743 केस सामने आए। यानी रोज 46 केस दर्ज हुए। 118.7 क्राइम रेट के साथ हरियाणा पूरे देश में पहले नंबर पर है। 2014-15 में महिलाओं के विरुद्ध अपराध के सालाना मामले करीब 9000 थे, जो आज बढ़कर लगभग दोगुना हो गए हैं। यानी इनमें 100 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। प्रदेश में रोज सौ से ज्यादा चोरी, लूट, डकैती, फिरौती व अपहरण की वारदातें होती हैं।