डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 14 जून :
श्री चैतन्य इंस्टिट्यूट ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह मेडिकल प्रवेश की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए देश का प्रमुख संस्थान है। नीट 2025 में, जिसमें पूरे भारत से 22 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया, श्री चैतन्य के दो छात्रों ने शीर्ष 100 ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) हासिल की, जबकि सात छात्रों ने शीर्ष 1000 एआईआर में स्थान प्राप्त किया।
इस सफलता की अगुवाई की मोहम्मद समीर ने, जो श्री चैतन्य इंस्टिट्यूट के दो वर्षीय नियमित कक्षा कार्यक्रम के छात्र हैं। उन्होंने एआईआर 33 प्राप्त कर पटियाला जिले में टॉपर बनने का गौरव हासिल किया। उनके बाद राघव गोयल, जो इसी कार्यक्रम के छात्र हैं, ने एआईआर 87 प्राप्त कर फाजिल्का जिले के टॉपर बने।
संस्थान के लिए और गौरव की बात रही दिव्या की सफलता, जिन्होंने एआईआर 158 हासिल की और कैटेगरी रैंक में एआईआर 5 प्राप्त किया। दिव्या कक्षा 7 से श्री चैतन्य की छात्रा रही हैं और उन्होंने इंडियन नेशनल बायोलॉजी ओलंपियाड (आईएनबीओ) भी सफलतापूर्वक उत्तीर्ण किया, जो उनकी शैक्षणिक गहराई और समर्पण को दर्शाता है।
इन उपलब्धियों के पीछे छात्रों की अथक मेहनत, परिवारों का अटूट सहयोग और श्री चैतन्य इंस्टिट्यूट के अनुभवी शिक्षकों का मार्गदर्शन है।
मोहम्मद समीर ने कहा कि मैं श्री चैतन्य संस्थान का अत्यंत आभारी हूं, जिन्होंने मुझे निरंतर सहयोग, सुव्यवस्थित पाठ्यक्रम और समर्पित शिक्षकों का मार्गदर्शन प्रदान किया। मेरे प्रत्येक कदम पर शिक्षकों द्वारा दी गई दिशा-निर्देशों ने मुझे यह रैंक प्राप्त करने में मदद की। इस परिणाम के लिए मैं दिल से धन्यवाद करता हूं।
राघव गोयल ने कहा कि श्री चैतन्य की व्यापक अध्ययन सामग्री और शिक्षकों का मार्गदर्शन मेरी तैयारी के हर दिन का आधार रहा। उनकी योजनाबद्ध पढ़ाई और लगातार प्रेरणा से मैं यह उपलब्धि हासिल कर सका।
दिव्या ने साझा किया कि कक्षा 7 से ही श्री चैतन्य मेरे लिए दूसरे घर जैसा रहा है। यहां जो व्यक्तिगत ध्यान, सख्त प्रशिक्षण और निरंतर प्रोत्साहन मुझे मिला, उसने न केवल मेरी शैक्षणिक वृद्धि में मदद की बल्कि मुझे एक बेहतर इंसान बनने में भी सहारा दिया। आईएनबीओ में सफलता और नीट में यह रैंक शिक्षकों और माता-पिता के सहयोग के बिना संभव नहीं थी।
समीर के पिता, जो पेशे से एक फार्मासिस्ट हैं, का सपना था कि उनका बेटा एक दिन डॉक्टर बने। परिणाम देखकर उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हम श्री चैतन्य के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हमारे बच्चे का भविष्य संवारने में अहम भूमिका निभाई। यहां के शिक्षकों की समर्पित मेहनत और उनका अकादमिक के साथ-साथ भावनात्मक पहलुओं पर ध्यान इस सफर की सफलता की कुंजी रहे।
दिव्या के पिता, जो स्वयं गणित के शिक्षक हैं, ने कहा कि मुझे श्री चैतन्य की प्रणाली पर पूरा भरोसा था। उन्होंने दिव्या की प्रतिभा को समय रहते पहचाना और उसे सच्ची लगन से संवारने का कार्य किया। हम बहुत गर्वित और आभारी हैं।
श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट, चंडीगढ़ ज़ोन के मेडिकल हेड पंकज उज्जवल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि नीट 2025 में हमारे छात्रों की यह शानदार सफलता हमारे संस्थान की शैक्षणिक गुणवत्ता, व्यक्तिगत मार्गदर्शन और अनुकूल वातावरण का प्रमाण है। हम समीर, राघव, दिव्या तथा सभी सफल छात्रों को बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं