सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 12 मई :
सर्व धर्म डेरा बंदा नवाज प्रमुख बड़े सरकार जी के जन्मोत्सव पर श्री डीबीएन परिवार यमुनानगर की ओर से स्थानीय पुराना हमीदा, रामकृष्ण पब्लिक स्कूल में विशाल रक्तदान शिविर व नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन में जिला रेडक्रॉस समिति व स्माइल फाउंडेशन का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में फायरब्रिगेड पंचकूला के संयुक्त निदेशक गुलशन कालरा तथा वशिष्ठ अतिथि के रूप में जीआरपी थाना प्रभारी सत्यप्रकाश उपस्थित रहे। कार्यक्रम में श्री डीबीएन परिवार के मुख्य सेवादार भूषण कालरा तथा अन्य सेवादारों द्वारा मुख्य अतिथियों का माल्यर्पण करके स्वागत किया गया। इस पुण्य कार्य का शुभारंभ गुलशन कालरा द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। सर्वप्रथम उन्होंने शिविर में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को बेच लगाकर उत्साहवर्धन किया,इसके उपरांत रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। रक्तदान शिविर में लगभग 130 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया और नेत्र जाँच शिविर में 150 मरीजों के आँखों की जाँच की गई। गौरतलब है कि बड़े सरकार जी का जन्मोत्सव हर वर्ष समर्पण और मानवता की मिसाल के रूप में मनाया जाता है और इस कार्य की सम्पूर्ण समाज मे सराहना की जाती है। वंही इस दौरान श्री डीबीएन परिवार की ओर से सैकड़ो जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री भी वितरित की गई। इस कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में रिंपी छाबड़ा,बंटी वर्मा, तरुण मोंगा, रिंकू बत्रा, मास्टर नारंग, करण वर्मा, शिवम, अवधेश, आशीष सोनी, गुलशन गुलाटी, रिंकू कालरा, हरीश सेठ, संजीव मेहता, ललित कालरा, सुमित मेहंदीरत्ता, साहिल छाबड़ा सच्चू तथा सम्पूर्ण श्री डीबीएन परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आपको बता दें कि
बड़े सरकार जी का जन्मोत्सव न केवल एक उत्सव का मौका है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है, जब उनके योगदान और समाज व मानवता के प्रति उनकी निष्ठा का सम्मान किया जाता है। इन शिविरों का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना और जरूरतमंदों की सहायता करना रहा। इस रक्तदान शिविर का आयोजन विशेष रूप से इस दृष्टिकोण से किया गया था कि युद्ध या किसी बड़ी आपदा के समय रक्त की आवश्यकता अधिक होती है। देश में जब कभी भी संकट आता है, चाहे वह प्राकृतिक आपदा हो या मानव निर्मित संकट, रक्त की कमी एक बड़ी समस्या बन जाती है। रक्तदान शिविर का उद्देश्य युद्ध या अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में रक्त की आपूर्ति को सुनिश्चित करना था। इस शिविर में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया और रक्तदान किया, जो निश्चित रूप से आपातकालीन स्थिति में बहुत काम आएगा। यह रक्तदान न केवल अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक था, बल्कि यह उन सैनिकों के लिए भी उपयोगी हो सकता था, जो सीमा पर अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। इस कार्यक्रम ने समाज के प्रति समर्पण व मानवता का संदेश दिया। बड़े सरकार जी के जन्मोत्सव पर आयोजित यह रक्तदान और नेत्र जांच शिविर समाज के प्रति उनकी सच्ची सेवा भावना और समर्पण को प्रदर्शित करते हैं। इन शिविरों ने न केवल मेडिकल मदद मुहैया कराई, बल्कि समाज में सहानुभूति, सहयोग और एकता के संदेश को भी फैलाया। इस तरह के आयोजन समाज में एक जागरूकता लाने के साथ-साथ लोगों को प्रेरित करते हैं कि वे भी समाज सेवा के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाएं। रक्तदान और नेत्र जांच शिविर जैसे आयोजन यह दिखाते हैं कि जब समाज के लोग एकजुट होकर किसी उद्देश्य के लिए काम करते हैं, तो कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव हो सकता है। इस पुण्य अवसर पर शिविर के आयोजकों ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा कि बड़े सरकार जी के जन्मोत्सव को समाज सेवा से जोड़ना हमारे लिए गर्व की बात है। यह शिविर केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।