Tuesday, April 22

स्वच्छता अभियान और इको क्लब इंचार्ज शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम के साथ मनाया गया विश्व पृथ्वी दिवस

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 22 अप्रैल :

शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता, सेंट स्टीफन स्कूल, देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन और पर्यावरण विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन ने मंगलवार को 55वें विश्व पृथ्वी दिवस को सच्ची भावना और क्रियाशीलता के साथ मनाते हुए सबसे पहले सेक्टर 42 स्थित मिनी लेक में सफाई अभियान के साथ दिन की शुरुआत की। इसके बाद देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सेक्टर-36 में इको क्लब इंचार्ज शिक्षकों के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया और साथ ही स्कूलों और कॉलेजों के लिए ग्रीन रेटिंग का शुभारंभ किया गया।
मंगलवार को सुबह सबसे पहले सेंट स्टीफन स्कूल के 50 स्टूडेंट्स ने युवसत्ता के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर मिनी लेक और उसके आसपास पड़े 200 किलोग्राम से अधिक कूड़े-कचरे को एकत्र किया। इसके बाद देव समाज कॉलेज ऑफ एजुकेशन में इको क्लब इंचार्ज शिक्षकों के लिए आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोगों में यूटी प्रशासन के पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त निदेशक और उप वन संरक्षक अनूप कुमार सोनी, प्रिंसिपल प्रो. ऋचा शर्मा, युवसत्ता (यूथ फॉर पीस) के संस्थापक प्रमोद शर्मा, वाइल्ड इकोलॉग्स, हिमाचल प्रदेश के डॉयरेक्टर आशीष शाह, जलवायु वास्तविकता परियोजना, भारत और दक्षिण एशिया के जलवायु वास्तविकता परियोजना की लीड-ग्रीन कैंपस प्रोग्राम रेखा लल्ला और चंडीगढ़ के पर्यावरण विभाग में वैज्ञानिक बृज भूषण शामिल थे।
इस पूरी पहल की सराहना करते हुए तथा शहर के 150 से अधिक स्कूलों व कॉलेजों से आए इको क्लब इंचार्ज शिक्षकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अनूप कुमार सैनी ने कहा कि विश्व पृथ्वी दिवस हमें याद दिलाता है कि सबसे छोटा बदलाव भी बड़ा बदलाव ला सकता है। पृथ्वी बोल रही है – आइए हम ऐसी पीढ़ी बनें जो सुनती है। आज का दिन सिर्फ़ ग्रह से प्यार करने का नहीं है, बल्कि इसे दिखाने का है। सभी को ‘पृथ्वी दिवस’ की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘हमारे विकल्प मायने रखते हैं’ और स्वच्छ सांस लेने के लिए हम सभी को पर्यावरण के अनुकूल बनना होगा।
रिसोर्स पर्सन्स ने युवा विद्यार्थियों के बीच हरित जीवन की भावना को और अधिक बढ़ावा देने तथा उसे मजबूत करने के लिए कई आसान गतिविधियों को साझा किया। युवसत्ता के संस्थापक प्रमोद शर्मा ने अपने समापन भाषण में एक प्रसिद्ध कहावत साझा की, ‘मुझे बताओ और मैं भूल जाऊंगा, मुझे सिखाओ और मैं याद रखूंगा, मुझे शामिल करो और मैं सीखूंगा’। उन्होंने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों को अपने युवा विद्यार्थियों की रचनात्मक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक बुधवार को ‘वाटर एंड वेस्ट मैनेजमेंट’ विषय पर एक्टिविटी डेज के रूप में समर्पित करना चाहिए, जिससे भारत सरकार के ‘मिशन लाइफ-पर्यावरण के लिए जीवनशैली अभियान’ को पूरा किया जा सके।