- बेगमपुरा टाइगर फोर्स ने गाँव शेरगढ़ में बाबा साहिब भीम राव अंबेडकर जी का जन्मदिन मनाया!
- बाबा साहिब जी ने एस.सी. समाज को बराबरी के हक दिलवाने के लिए अपने परिवार की कुर्बानी तक दे दी: सतीश कुमार शेरगढ़, राज कुमार बद्धण
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 16 अप्रैल :
बेगमपुरा टाइगर फोर्स के चेयरमैन तरसेम दीवाना और राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मपाल साहनेवाल के दिशा निर्देशों के अनुसार नजदीकी गाँव शेरगढ़ में बेगमपुरा टाइगर फोर्स के जिला सीनियर उप-प्रधान सतीश कुमार शेरगढ़ और राज कुमार बद्धण की अध्यक्षता में भारतीय संविधान के निर्माता, प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, महान समाज सुधारक भारत रत्न डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी का 134वा जन्मदिवस बच्चों को कापियां और पेन देकर मनाया गया। इस समागम में थाना सदर के एस.एच.ओ. इंस्पेक्टर सोमनाथ और गाँव के सरपंच काला आदि ने विशेष तौर पर भाग लिया। फोर्स के नेताओं द्वारा डॉ भीम राव अंबेडकर साहिब जी की मूर्ति पर फूलों के हार डालकर खुशी जाहिर की गई। उन्होंने कहा कि डॉ भीम राव अंबेडकर जी एस.सी. समाज के रहबर हैं जिन्होंने पिछड़े और दबे कुचले लोगों को आगे बढ़ने का मौका दिया। उन्होंने संविधान में हर वर्ग और हर समाज को बराबरता का अधिकार लेकर दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब भारत के पहले कानून मंत्री बने और उन्होंने एस.सी. समाज को हक दिलवाने के लिए अपने परिवार की कुर्बानी भी दी। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब एक उच्च दर्जे के ऑफ नॉलेज विद्वान होते हुए भी उनको छुआ-छूत का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब अंबेडकर जी का योगदान किसी एक वर्ग विशेष के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण मानवता को उन्होंने हक अधिकार संविधान के द्वारा लेकर दिए। उन्होंने कहा कि यदि बाबा साहिब के सपनों को पूरा करना है तो अपने बच्चों को विद्या से वंचित न रहने दो। उन्होंने एस.सी. समाज को अपील करते हुए कहा कि बाबा साहिब जी का बुत हर एक गाँव में लगाया जाए। थाना सदर के एस.एच.ओ. इंस्पेक्टर सोमनाथ और गाँव शेरगढ़ के सरपंच काला ने गरीबों के मसीहा भारत रत्न बाबा साहिब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी के जन्मदिन की समूह देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज हर एक मनुष्य को बाबा साहिब जी के दर्शाए हुए मार्ग पर चलना चाहिए।
इस मौके पर औरों के अलावा हरी मास्टर, चेले डॉक्टर शेरगढ़, साजन शेरगढ़, जस शेरगढ़, हैप्पी शेरगढ़, करण शेरगढ़, गोरा शेरगढ़, मंगा शेरगढ़, जगदीश, मास्टर दलवीर शेरगढ़, अविनाश सिंह शेरगढ़, मेशी शेरगढ़, हीरा कनाडा वाला, किंदा कनाडा वाला हरभजन लाल शेरगढ़ आदि हाजिर थे!