Thursday, March 20

सरकारी खरीद न होने से किसानों की ओने-पोने दाम पर बिक रही सरसों, गेट पास ही नहीं कटा तो कैसे होगी सरकारी खरीद?

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 19 मार्च :

प्रदेश सरकार द्वारा सरसों के खरीद 15 मार्च से शुरू की जानी थी लेकिन उकलाना में 5 दिन बीत जाने के बाद भी सरसों के खरीद सरकार की ओर से नहीं खरीदी जा रही जबकि ना ही किसानों के गेट पास कट रहे हैं। जिस कारण व्यापारी किसानों की सरसों ओने पोने  दाम पर खरीद रहे हैं किसान व आढतियों ने बताया कि सरसों ₹5000 से लेकर 5500 तक बिक रही है। जैसी  सरसों में नमी होगी उसी अनुसार रेट व्यापारी द्वारा लगाया जाता है। बोबुआ से पहुंचे किसान लीला राम ने बताया कि सही नियमानुसार नमी होने के बावजूद भी मजबूरी में 5478 मे उन्होंने अपनी 100 कि्वंटल सरसों बेच दी है सरकारी खरीदना होने से घर कैसे इतनी फसल को रखेंगे और यहां कितने दिन इंतजार करेंगे जब आज 5 दिन बीतने के बाद भी सरकारी खरीद नहीं है तो क्या पता कब होगी? वहीं प्रभुवाला से पहुंचे किसान राजवीर ने कहा कि उनकी सरसों के 5500 लगाए थे लेकिन उन्होंने नहीं बेची कल भी नहीं बेची है ना आज बेच रहे हैं जबकि सरकार का रेट 5950 है। वहीं प्रभुवाला के पूर्व सरपंच प्रतिनिधि परमिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी सरसों 5215 रुपए की किंवटल बेची है उन्होंने बताया कि कुछ नमी थी नरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी फसल 5545 बेची है। इस तरीके से किसानों की सरसों सरकारी खरीदना होने के कारण बिक रही है जिसकी कोई शुद्ध लेने वाला नहीं।

पार्श्वनाथ ट्रेडिंग कंपनी के मुकेश जैन ने कहा कि हैंडलिंग एजेंट के माध्यम से आढती को आढत नहीं मिलती और एजेंट सरकार को खराब सरसों भी भेजता है जो पिछली बार भी ऐसा हुआ है। सरकार को अगर अच्छी फसल खरीदनी है तो आढती के माध्यम से फसल खरीदे जो साफ जराई करके देगा।

वही छबीलदास फार्म से सुरेश गर्ग ने कहा की आढत सरकार की ओर से आढती को मिलेगी तो वह अच्छी फसल सरकार को उपलब्ध करवाएंगे। 

जब इस विषय पर कच्चा आढ़ती एसोशिएशन के प्रधान धर्मपाल धायल से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकार का पोर्टल खुल नहीं है जबकि वेयरहाउस का काम है खरीद करना वेयरहाउस ने हैंडलिंग एजेंट मार्केटिंग सोसायटी को बना दिया है जबकि मार्केटिंग सोसायटी अपने और हैंडलिंग एजेंट बन रही है। सरकार की ओर से 95 प्रति क्विंटल हैंडलिंग एजेंट को दिया जाता है और मार्केटिंग सोसायटी ₹50 में किसी और को ढूंढ रही है तो ऐसे में कैसे काम होगा। वहीं उन्होंने कहा कि सरकारी खरीदना होने के कारण प्राइवेट खरीद हो रही है और किसान मजबूरी में अपनी सरसों बेच रहा है वहीं उन्होंने कहा कि कच्चा आढती संगठन हैंडलिंग एजेंट बनने के लिए तैयार है।

जब इस विषय पर मार्केट कमेटी के सचिव विवेक से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरा पोर्टल खुल चुका है। जिस किसान की फसल वेरीफाई नहीं हुई उसमें दिक्कत आई हुई है जबकि आज तक सरसों खरीद के लिए कोई गेट पास नहीं कटा  सरकारी खरीद एक-दो दिन में शुरू हो जाएगी कुछ समस्याएं हुई थी जिनका समाधान के लिए कह दिया और आज 180क्विंटल   सरसों  तथा 100 क्विंटल जीरी खरीदी गई है।

 हरियाणा वेयरहाउसिंग खरीद एजेंसी मैनेजर ओम प्रकाश नयोलिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आज तक कोई गेट पास नहीं कटा जब तक गेट पास नहीं होगा तो वह सरकार की ओर से खरीद नहीं कर सकते।