Friday, February 14
  • जैतों पुलिस की ओर से एस.सी. समाज पर किये गये लाठीचार्ज ने भारतीय लोकतन्त्र का जनाज़ा निकाल कर रख दियाः बेगमपुरा टाइगर फोर्स
  • राजनीतिक शह पर जि़ला पुलिस मुखी ने लड़ाई की असल तह तक जाना मुनासिब नही समझाः कृष्ण लाल/धर्मपाल

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 13 फ़रवरी :

बेगमपुरा टाइगर फोर्स के राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना के दिशा निर्देशानुसार बेगमपुरा टाइगर फोर्स के राष्ट्रीय उप-चेयरमैन कृष्ण लाल बईयेवाल तथा फोर्स राष्ट्रीय प्रधान धर्मपाल साहनेवाल ने कहा कि जैतों के नज़दीक पड़ते गांव चंद भान में एस.सी.समाज पर राजनीतिक संरक्षण के तहत गांव के एक जागीरदार की ओर से की गई फायरिंग तथा जैतों पुलिस की ओर से एस.सी. समाज पर किये गये बेतहाशा लाठीचार्ज ने भारतीय लोकतंत्र का जनाज़ा निकाल कर रख दिया है।  उन्होेंने कहा कि नाली के पानी के निकास के बहाने मज़दरों को सबक सिखाने के लिये गांव के ही एक शैलर के मालिक, हलके के एम.एल.ए. तथा जैतों के थाना मुखी की कथित भूमिका ने इन्साफ तथा कानून को कुंए में धकेल दिया तथा जमहूरी जत्थेबन्दियों को संघर्ष के मैदान में डटने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होेंने पुलिस अधिकारियों की भूमिका की सख्त शब्दों में निंदा करते हुये कहा कि थाना मुखी की ओर से सीनियर अधिकारियों की परवाह किये बगैर मज़दूरों पर अमानवीय अत्याचार किया गया। पुलिस मुलाज़मों की ओर से एस.सी. समाज के घरों के समान को तोड़ा गया तथा अत्याचारों  की बात और क्या यहां तक की दसवीं, बारवीं कक्षा में पढ़ते विद्यार्थियों को भी ज़बरदस्ती उठाकर थानों में बन्द किया गया।

उन्होंने कहा कि जि़ला पुलिस मुखी जख्मी सिपाहियों का हाल पूछने के लिये हस्पताल तो गये परन्तु जि़ला मुखी ने लड़ाई की असल तह तक जाना मुनासिब नही समझा! उल्टा ज़ख्मी मज़दूरों तथा देशद्रोह के पर्चे दर्ज करवाकर लोकतंत्र को कोने में लगा दिया। बेगमपुरा टाइगर फोर्स के नेताओं ने मांग की कि लाठीचार्ज करने वाले थाना मुखी सहित दोषी पुलिस अफसरों तथा पुलिस की हाज़री में फायरिंग करने वाले गमदूर सिंह नम्बरदार सहित उसके साथियों पर पर्चा दर्ज करके उनकों भी सलाखों के पीछे डाला जाये।