- हम ऐसे युग में जी रहे हैं जहाँ भावनाओं को अक्सर आर्थिक दृष्टि से मापा जाता है- गुरप्रीत घुग्गी
- एसडी कॉलेज के पंजाबी विभाग ने पीएम-ऊषा योजना के तहत किया व्याख्यान का आयोजन
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 06 फ़रवरी :
सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के पंजाबी विभाग की ओर से वीरवार को पीएम-ऊषा योजना (रूसा) के अंतर्गत “पूंजीवादी युग में रिश्तों के बदलते समीकरण” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्रसिद्ध हास्य अभिनेता गुरप्रीत घुग्गी ने व्याख्यान दिया। इस कार्यक्रम को छात्रों, शिक्षकों और विशिष्ट अतिथियों से उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया मिली। गुरप्रीत घुग्गी ने बताया कि किस प्रकार पूंजीवाद ने मानवीय रिश्तों को नया रूप दिया है तथा उन्हें अधिकाधिक लेन-देन आधारित बना दिया है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे युग में जी रहे हैं जहाँ भावनाओं को अक्सर आर्थिक दृष्टि से मापा जाता है। सच्चे मानवीय संबंधों को भौतिकवाद और सामाजिक मान्यता से ऊपर उठना चाहिए।
कई उपाख्यानों और गहन अवलोकनों के माध्यम से उन्होंने वर्तमान विश्व में रिश्तों के विकास के बारे में गहन अंतर्दृष्टि प्राप्त की। इस प्रकार विभिन्न पीढ़ियों, लिंग और सामाजिक वर्गीकरण के दृष्टिकोणों पर एक जीवंत और संवादात्मक चर्चा शुरू हुई। सांस्कृतिक आयाम जोड़ते हुए विद्यार्थियों ने पंजाब की कलात्मक विरासत का जश्न मनाते हुए लोकगीत, मिर्जा और भांड प्रस्तुत किए। इन प्रस्तुतियों ने दिलचस्प चर्चा के लिए मंच तैयार किया। इस कार्यक्रम में एक इंटरैक्टिव प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें जीजीडीएसडी कॉलेज की शैक्षणिक और सांस्कृतिक समृद्धि के प्रति प्रतिबद्धता दिखी।
इससे पहले गुरप्रीत घुग्गी का स्वागत पौधे देकर किया गया। जीजीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के फाइनेंस सेक्रेट्री जतिंदर भाटिया, कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा और पंजाबी विभाग की प्रमुख डॉ. हरविंदर चहल दीप प्रज्ज्वलन के दौरान उपस्थित रहे। अपने स्वागत भाषण में भाटिया ने इस तरह की चर्चाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि गुरप्रीत घुग्गी जैसे दूरदर्शी व्यक्ति की मेजबानी बौद्धिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ावा देती है, तथा छात्रों को आधुनिक सामाजिक गतिशीलता पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करती है। प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने घुग्गी के प्रति गहरी प्रशंसा और कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि बुद्धिमत्ता को हास्य के साथ मिश्रित करने की घुग्गी की क्षमता ने सामाजिक परिवर्तन पर महत्वपूर्ण बातचीत को जन्म दिया, जिसका छात्रों और शिक्षकों पर समान रूप से स्थायी प्रभाव पड़ा। उन्होंने सफल एवं सार्थक आयोजन के लिए पंजाबी विभाग और आयोजकों को धन्यवाद दिया।