Thursday, January 23

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 23 जनवरी 2025

नोटः आज सुभाषचंद्र बोस जयंती है। 23 जनवरी 1897 यह वो दिन जब देश का नायक का जन्म हुआ। नाम था सुभाष चंद्र बोस. उन्हें ये उपाधि उन्हें किसी और ने नहीं बल्कि रवींद्रनाथ टैगोर ने दी थी। उनके सम्मान में पूरे देश उनके जन्मदिन पर पराक्रम दिवस मनाता है।

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः माघ़ 

पक्षः कृष्ण, 

तिथिः नवमी सांय काल 05.38 तक है, 

वारः गुरूवार। 

नोटः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः विशाखा अरूणोदय काल 05.08 तक है, 

योग अतिगण्ड़़ अरूणोदय काल 05.07 तक है, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः मकर, चन्द्र राशिः तुला,

 राहू कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,

सूर्योदयः 07.17, सूर्यास्तः 05.49 बजे।