जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो द्वारा विलेज हेल्थ सैनिटेशन न्यूट्रिशन डे मनाया गया : रजनी गोयल
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 15 जनवरी :
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो के सौजन्य से पंजेटो ग्राम पंचायत की आंगनबाड़ी केंद्र में विलेज हेल्थ सैनिटेशन न्यूट्रिशन डे मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर हेमलता कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर ने की। इस अवसर पर जिला सलाहकार रजनी गोयल ने बताया कि पानी का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हमारे दैनिक क्रियाकलाप एवं सभी उद्योग – धंधे पानी पर ही निर्भर है। ग्लोबल वार्मिंग और लगातार भूजल दोहन के कारण जलस्तर नीचे जा रहा है। अतः हम सभी का दायित्व बनता है कि हम जल बचाएं और ” सेव वाटर कंजर्व वाटर” की और विशेष ध्यान दें।
गोयल ने कहा कि जल के बिना हम जीवित नहीं रह सकते इसलिए हम सभी का दायित्व बनता है कि जल की बूंद बूंद बचाए। जल को दूध की तरह इस्तेमाल करें और इसका सदुपयोग करें,जल को बर्बाद होने से बचाए। इस अवसर पर आंगनवाड़ी वर्कर ममता रानी, आशा वर्कर उषा, पूजा व ग्रामीण महिलाएं, पुरुष, बच्चे भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर विभाग के टोल फ्री नंबर 1800180 5678 की भी जानकारी दी गई। गोयल ने उपस्थित जनों को जल बचाने के टिप्स भी बताएं और सभी को जल संरक्षण की शपथ भी दिलवाई गई। उन्होंने जल बचाने बारे विस्तार पूर्वक जानकारी देते बताया कि अपने दाँत ब्रश करते समय नल बंद कर दें। एक चलता हुआ नल एक मिनट में 6 लीटर से ज़्यादा पानी बर्बाद कर सकता है।
– नहाते के लिए शॉवर की जगह बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें। इससे पानी की काफी बचत होगी। हर बार टॉयलेट इस्तेमाल के बाद फ्लश टैंक यूज करने की जगह बॉल्टी से पानी डालना ज्यादा अच्छा ऑप्शन है। घर में कहीं पाइप लीक है, तो उसे तुरंत ठीक कराएं। इससे भी थोड़ा-थोड़ा करके काफी पानी बर्बाद होता है। गाड़ी धोते के लिए पाइप की जगह बाल्टी व मग का यूज करें। वाशिंग मशीन में रोजाना थोड़े-थोड़े कपड़े धोने की जगह एक ही साथ धोना पानी की काफी बचत करता है। उन्होंने बताया कि नल खुला ना छोड़े। टपकते नल को जरूर ठीक करवाये । कपड़े धोने के बाद बचे पानी को पोछा लगाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। बर्तन धोते समय लगातार नल ना चलाएं । ब्रश करते समय नल बंद रखें। लो फ्लो नल का इस्तेमाल करें। मगे से नहाए। शावर का इस्तेमाल कम करें। गाड़ी धोते समय पाइप की बजाय बाल्टी में मग का प्रयोग करें , इससे काफी पानी बचता है। दाढ़ी बनाते समय, ब्रश करते समय, सींक में बर्तन धोते समय, नल तभी खोले जब सचमुच पानी की जरूरत हो। इन तरीकों को अपनाकर हम काफी पानी बचा सकते हैं।
घर के बाहर इन तरीकों से बचाएं पानी सिर्फ घरों के ही नहीं बल्कि पब्लिक पार्क, गली, मोहल्ले, अस्पतालों, स्कूल और भी ऐसी किसी जगह में नल की टोंटियां खराब हों या पाइप लीक हो रहा हो, तो उसके बारे में संबंधित ऑफिस में सूचना दें। इससे हजारों लीटर पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है। बाग़ बगीचों एवं घर के आस पास पौधों में पाइप से पानी देने के बजाय वाटर कैन द्वारा पानी देने से काफी पानी की बचत हो सकती है। गार्डन में दिन के बजाय रात में पानी देना सही होता है। इससे पानी का वाष्पीकरण नहीं हो पाता। कम पानी से ही सिंचाई हो जाती है और पेड़-पौधे सूखते भी नहीं।