Saturday, January 11

नशे की रोकथाम के लिए स्कूल प्रमुख करें सहयोग, जिला पुलिस का दृष्टिकोण सहयोगात्मक: एसएसपी

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 10 जनवरी  :

सिविल व पुलिस प्रशासन होशियारपुर की ओर से संपर्क अभियान और मिशन होशियार के तहत, स्कूल शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक प्राइवेट  स्कूल में नशा जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लगभग 500 हेडमास्टर और प्रिंसिपलों ने भाग लिया। सेमीनार के दौरान डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी ने जिलावासियों से अपील की कि वे नशा उन्मूलन अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं और प्रशासन का सहयोग करें।

डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूलों की भूमिका युवाओं को नशे की बुराइयों से बचाने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की चरित्र निर्माण की शुरुआत स्कूल से होती है। उन्होंने मिशन होशियार के तहत जागरूकता फैलाने और नशे के खिलाफ ठोस कदम उठाने के प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी दी। साथ ही, शिक्षकों से अपील की कि वे अपने विषय के साथ-साथ विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों का पाठ भी पढ़ाएं।

कोमल मित्तल ने स्वास्थ्य विभाग की ओऱ से जिले में 2 नशा छुड़ाओ केंद्र, एक पुर्नवास केंद्र व 15 ओट केंद्र चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इन केंद्रों के माध्यम से नशे की गिरफ्त में आए ज्यादा से ज्यादा युवाओं के पुर्नवास के लिए कार्य कर रहा है।

एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत  मान और डीजीपी गौरव यादव के निर्देशानुसार नशे के खिलाफ सीधा संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने स्कूल प्रमुखों को इस लड़ाई में अहम कड़ी बताया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नशा तस्करों के बारे में जानकारी जिला पुलिस को उपलब्ध कराएं। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 95016-60318, कंट्रोल रूम नंबर 01882-247506, 75290-30100, और सेफ पंजाब एंटी ड्रग हेल्पलाइन नंबर 97791-00200 जारी किए गए हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जानकारी को पूरी गोपनीयता के साथ रखते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी ने बताया कि जिला पुलिस विशेषज्ञों की सहायता से जिला स्तरीय पुनर्वास केंद्रों में तीन-स्तरीय रणनीति के तहत काम कर रही है। इसका उद्देश्य नशे की रोकथाम, प्रवर्तन, और पुनर्वास सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही उन्होंने रोड सेफ्टी, साइबर सुरक्षा, सेफ स्कूल वाहन, गुड टच-बैड टच और स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना जैसे विषयों पर भी चर्चा की।

 इस दौरान नशा छुड़ाओ और पुनर्वास केंद्र की मनोवैज्ञानिक संदीप कुमारी ने भी स्कूल प्रमुखों के साथ चर्चा की। उन्होंने नशे से जुड़े मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एसपी मनोज ठाकुर, सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) ललिता अरोड़ा,उप जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) धीरज वशिष्ठ, मेडिकल अधिकारी प्रिंसिपल जसजीत मुंडी, विजय भट्टी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।