Monday, December 16

चौथे चरण कि राज्य स्तरीय जिलावार कार्यशाला  में कुरुक्षेत्र व अंबाला के कला शिक्षक ले रहे प्रशिक्षण

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  12        दिसंबर :

हरियाणा मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक एस एस ढिल्लों व  अतिरिक्त निदेशक अमृता सिंह के दिशानिर्देश अनुसार राज्य स्तरीय जिलावार कला कार्यशाला का चौथा चरण आज से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर 6  में शुरू हुआ। चौथे चरण में कुरुक्षेत्र व अंबाला के कला शिक्षक प्रशिक्षण लेने के लिए पहुंचे हैं। 

चौथे चरण के पहले दिन कार्यशाला का अवलोकन सार्थक राजकीय समेकित आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 12 ए के प्रधानचार्य डॉ पवन गुप्ता व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय,  नेहरा देहरा अम्बाला अरविंद कुमार ने विशेष तौर पर शिरकत की। उन्होंने कला शिक्षकों को उत्साहित करते हुए कहा कि वह भाग्यशाली कला शिक्षक हैं जिन्हें शिक्षा विभाग द्वारा अपने हुनर को और बेहतर करने का शुभ अवसर प्राप्त हो रहा है । हरियाणा का शिक्षा विभाग सदैव अपने शिक्षकों को प्रदेश की पारंपरिक कलाओं के साथ-साथ अन्य राज्यों की कलाओ से परिचित करने के लिए प्रयासरत रहता है । यह कार्य  उसी का एक स्वरूप है।

चौथे चरण के प्रथम दिन मास्टर ट्रेनर भीम सिंह ने वस्तु चित्रण (स्टिल लाइफ) के मूलभूत सिद्धांत के बारे में सिखाया।  उन्होंने बताया कि स्टिल लाइफ पेंटिंग का प्रयोग वास्तव में स्थिर वस्तुओं या ऑब्जेक्ट को बनाने में किया जाता है। आज शिक्षकों ने स्टिल लाइफ बनाते समय चारकोल पेंसिल का भी इस्तेमाल किया है जिससे कि यह कला ओर भी उभर कर आई है।

मास्टर ट्रेनर धर्मवीर ने अलग-अलग पोस्टर कलर की विधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को  उजागर करने शानदार तरीका पोस्टर मेकिंग है। बच्चों में छुपी हुई रचनात्मक प्रतिभा को भी जानने का अवसर  भी प्राप्त होता है।

डॉ अमित सिंह ने ऑयल पेस्टल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ऑयल पेस्टल में पेंटिंग बनाते समय हमेशा यह ध्यान रखा जाना चाहिए की वाटर कलर में जहां हल्के से गहरे रंग भरे जाते हैं वहीं ऑयल पेस्टल कलर में गहरे रंगों से हल्के रंगों में आने की आजादी होती है।

दोनों जिलों से आए कला शिक्षकों ने गहरी रुचि दिखाते हुए सभी विधाओं को सीखने व उससे संबंधित पेंटिंग भी बनाई।