पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 02 दिसंबर 2024
नोटः आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रारम्भ तथा सूर्य ज्येष्ठा में।
सूर्य ज्येष्ठा : 02 दिसंबर को मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि सोमवार का दिन है। प्रतिपदा तिथि सोमवार दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगी, उसके बाद द्वितीया तिथि लग जाएगी। 02 दिसंबर को रुद्रव्रत किया जाएगा। सोमवार शाम 4 बजकर 1 मिनट तक धृति योग रहेगा। साथ ही 02 दिसंबर को दोपहर बाद 3 बजकर 46 मिनट तक ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा।
विक्रमी संवत्ः 2081,
शक संवत्ः 1946,
मासः मार्गशीर्ष़
पक्षः शुक्ल,
तिथिः प्रतिपदा दोपहरः काल 12.44 तक है,
वारः सोमवार।
नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः ज्येष्ठा अपहरान् काल 03.46 तक है,
योग वैधृति सांय काल 04.01 तक है,
करणः बव,
सूर्य राशिः वृश्चिक, चन्द्र राशिः वृश्चिक,
राहू कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.01, सूर्यास्तः 05.20 बजे।