साहित्य के साथ मुलाकात के लिए चंडीगढ़ पूरी तरह तैयार
‘सीएलएफ लिटराटी 2024’ में साहित्यकारों और साहित्य प्रेमियों का होगा जमावड़ा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 21 नवंबर:
ट्राइसिटी का सबसे प्रतिष्ठित लिटरेचर फेस्टिवल, चंडीगढ़ लिट फेस्ट (सीएलएफ) – लिटराटी 2024′, जाने माने साहित्यकारों और साहित्य प्रेमियों की मेजबानी के लिए तैयार है। चंडीगढ़ लिटरेरी सोसाइटी (सीएलएस) द्वारा आयोजित सीएलएफ लिटराटी 2024 का आयोजन इस वीकएंड पर किया जा रहा है। 23 और 24 नवंबर को सुखना लेक क्लब में सीएलएफ लिटराटी 2024 शुरू होगा जहाँ नई किताबों के लॉन्च से लेकर रचे जा चुके साहित्य पर गहन विचार होगा। इसके साथ ही आयोजन कई अन्य साहित्यिक गतिविधियों से भी गुलजार रहेगा।
सीएलएस लिटराटी 2024 की फेस्टिवल डायरेक्टर और सीएलएस की चेयरपर्सन डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि “यह हमारा 12वां आयोजन है और फेस्टिवल के सफल आयोजन के लिए सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। ‘सीएलएफ लिटराटी’ का उद्देश्य लेखकों, विचारकों, साहित्य प्रेमियों, पाठकों, साहित्य के जानकार लोगों के साथ-साथ कला और संगीत प्रेमियों को एक समृद्ध और खास अनुभव के लिए एक साथ लाना है।”
डॉ. मिश्रा ने कहा कि ”सेलिब्रेटिंग क्रिएटिविटी’ यानी रचनात्मकता का जश्न मनाने की थीम के साथ यह सृजन, जुड़ाव, और आपसी बातचीत का एक मंच होगा और इसमें सबके लिए प्रवेश मुफ्त है।”
चंडीगढ़ के सेक्टर 38 स्थित रानी लक्ष्मी बाई भवन में प्रसिद्ध कलाकार कंवर जगमोहन की प्रस्तुति, आगाज़ – शाम-ए-ग़ज़ल, संगीत संध्या के साथ लिट फेस्ट की शुरुआत होगी और साहित्यिक सेशन 23-24 नवंबर को सुखना लेक क्लब में होंगे।
देश भर से अट्ठाइस (28) जाने माने लेखक और वक्ता ‘सीएलएफ लिटराटी 2024’ के शानदार कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस फेस्टिवल में शामिल होने वाले प्रशंसित लेखकों और वक्ताओं में पूर्व डिप्लोमैट नवतेज सरना, अवॉर्ड विजेता लेखिका, नाटककार और इतिहासकार किश्वर देसाई, संगीत नाटक अकादमी अवार्ड विजेता एम.के. रैना, कई अवार्ड प्राप्त कर चुकीं अनुवादक रक्षंदा जलील, नैरेटिव हिस्ट्री की सर्वाधिक बिकने वाली लेखिका इरा मुखोटी शामिल हैं। उनके साथ ही आजीवन साहित्य साधना सम्मान प्राप्तकर्ता माधव कौशिक; पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड प्राप्तकर्ता नीलम मानसिंह चौधरी; साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार प्राप्तकर्ता रणधीर उप्पल; भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार विजेता जितेंद्र श्रीवास्तव; एशियाई अकादमी और फिल्मफेयर पुरस्कार विजेता करण ओबेरॉय और अन्य भी इस आयोजन में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाएंगे।
पहले दिन उद्योगपति रतन टाटा की जीवनी ‘रतन टाटा: ए लाइफ’ के भारत में पहले लॉन्च के साथ चंडीगढ़ नेशनल लिटरेरी मैप पर आ जाएगा। पुस्तक के लेखक डॉ. थॉमस मैथ्यू, जो एक रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट हैं एक इंटरैक्टिव सेशन, ‘द लीजेंड लिव्स ऑन – ए मैन कॉल्ड रतन टाटा’, में शामिल होंगे। प्रशंसित लेखिका किश्वर देसाई और यूएसए में पूर्व राजदूत रहे नवतेज सरना के साथ ‘पंजाब: द जलियांवाला बाग ट्रेजेडी एंड द नैरेटिव्स अराउंड इट’ , पर एक खास सेशन एक और आकर्षण है।
‘इंक एंड इमेजिनेशन: क्राफ्टिंग पोएटिक वर्ल्ड्स’, में आईएएस अधिकारी और कवि डॉ. सुमिता मिश्रा शामिल होंगी। इसके साथ ही अभिनेता तुषार कपूर अपने व्यक्तित्व के साहित्यिक पहलु को दिखाएंगे और अपनी पहली पुस्तक ‘बैचलर डैड: माई जर्नी’ पर चर्चा करेंगे।
दूसरे दिन के मुख्य आकर्षण में एक सेशन ‘इन मेमोरियम: ए ट्रिब्यूट टू डॉ. सुरजीत पातर’ शामिल है; ‘ब्यूटी इन डायवर्सिटी: लव, लैंग्वेज, एंड पोएट्री’ में लेखिका और साहित्यिक इतिहासकार रक्षंदा जलील और सीनियर ब्यूरोक्रेट विजय वर्धन शामिल होंगे। ‘एआई एंड क्रिएटिविटी: फ्रैंड ऑर फो?’ में लेखक खुशवंत सिंह और सूफी स्कॉलर और कॉलमनिस्ट अफ्फान येसवी भाग लेंगे; ‘द पावर ऑफ नैरेटिव थिएटर एंड बियॉन्ड’ में थिएटर के दिग्गजों एम के रैना और नीलम मानसिंह चौधरी के बीच चर्चा होगी। ‘इकोज ऑफ 1984: नैरेटिव्स ऑफ लॉस, सर्वाइवल एंड आइडेंटिटी’ में पूर्व आईपीएस अधिकारी और अवॉर्ड विजेता कवि मनमोहन सिंह और मानवाधिकार कार्यकर्ता और लेखक सनम सुतीरथ वज़ीर शामिल होंगे।
इस उत्सव में छह नई किताबों को भी रिलीज़ किया जाएगा।
डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि “सीएलएफ लिटराटी ने पिछले कई वर्षों में चंडीगढ़ को साहित्यिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाया है। मुझे यकीन है कि इस साल का लिट फेस्ट चंडीगढ़ को पर्यटकों, पुस्तक प्रेमियों और कला के पारखी लोगों के लिए एक प्रमुख डेस्टिनेशन के रूप में पहले से और भी अधिक लोकप्रिय बनाएगा।”