विशेष प्रस्तुति-
नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 13 नवंबर :
सुप्रसिद्घ ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल तीर्थराज कपाल मोचन विभिन्न वर्गों, धर्मों और जातियों की एकता का प्रतीक है। कपाल मोचन यमुनानगर से लगभग 25 किलोमीटर दूर सिन्धुवन में बिलासपुर के पास स्थित है। श्री कपाल मोचन-श्री आदिबद्री मेला 15 नवम्बर तक चलने वाले इस मेले में देश के विभिन्न प्रांतों से लाखों की संख्या में हिन्दू, मुस्लिम व सिख श्रद्घालु प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा के मौके पर यहां आते हैं और मोक्ष की कामना से पवित्र सरोवरों क्रमश: कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर में स्नान करते हैं। इसके बाद श्रद्घालु एवं यात्री आदि बद्री क्षेत्र में विभिन्न धार्मिक मंदिरों तथा श्री माता मंत्रा देवी के दर्शनों के लिए भी जाते हैं। आदि बद्री क्षेत्र में सरस्वती उदगम स्थल के नजदीक सरस्वती स्नान सरोवर में भी भारी संख्या में श्रद्घालु स्नान के लिए जाते है।
पुराणों के अनुसार तीर्थ राज कपाल मोचन तीनों लोकों में पाप से मुक्ति दिलाने वाला पावन तीर्थ स्थल है। मेले में आने वाले यात्रियों की सुख-सुविधा को देखते हुए श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी व श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड व जिला एवं मेला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिसमेें यात्रियों के लिए स्वच्छ पेयजल, सफाई व्यवस्था, आग से बचाव, चिकित्सा सहायता, अस्थाई सुलभ शौचालय आदि व मेला क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का विशेष प्रबंध किया गया है। सभी सरोवरों के महिला घाटों पर महिला पुलिस का भी विशेष प्रबंध है। आदि बद्री क्षेत्र में भी यात्रियों एवं श्रद्घालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
उपायुक्त एवं श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी व श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड के मुख्य प्रशासक कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि मेले में आए यात्रियों की सुविधा हेतू मेले में पूछताछ एवं सूचना प्रसारण केन्द्र की स्थापना, मेले में स्वच्छ एवं रोग रहित वातावरण, जनाना घाटों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध, तीर्थ यात्रियों के लिए मुफ्त दवाईयों का प्रबंध, अस्थायी शौचालयों का निर्माण, बिजली की व्यवस्था,सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था, मेले में वाहन पार्किंग की व्यवस्था के अलावा पवित्र सरोवरों में स्नान के लिए उचित प्रबंध किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि मेले में यदि किसी का कोई सगा-संबंधी या साथी या बच्चा बिछड़ जाए तो सूचना प्रसारण करवाने हेतू सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के सूचना प्रसारण केन्द्र जो कि ऋण मोचन सरोवर के किनारे पर स्थित है, से सम्पर्क कर अपनी सूचना का प्रसारण करवा सकते हैं। यहीं पर इसी ईमारत में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मेले में अपनों से बिछुड़े हुए बच्चों को संभालने के लिए अपने विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों जिसमें महिला सुपरवाईजरों, महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला आंगनवाड़ी सहायकों की दिन-रात डयूटी लगाई गई है।
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने आगे बताया कि श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला की कमान बिलासपुर के उपमण्डलाधीश एवं मेला प्रशासक जसपाल सिंह गिल संभाल रहे हैं और उनकी सहायता के लिए मेला अधिकारी एवं बीडीपीओ कार्तिक चौहान अन्य सभी विभागों के अधिकारी संभाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की कमान पुलिस अधीक्षक राजीव देसवाल के मार्ग दर्शन में पुलिस के जवान संभाले हुए हैं। पूरे मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों के द्वारा निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि मेला के दूसरे दिन मेला क्षेत्र में श्रद्धालु की संख्या में श्रद्घालु एवं यात्री पहुंच चुके हैं।