बंटी बोले – “आरोप सफेद झूठ”, मेयर हरप्रीत कौर बबला की चुप्पी भी बनी सवाल
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 10 सितम्बर :
नगर निगम चंडीगढ़ में मनीमाजरा के 7.7 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित रियल एस्टेट प्रोजेक्ट को लेकर सियासी तूफ़ान उठ खड़ा हुआ है। भाजपा चंडीगढ़ के उपाध्यक्ष दविंदर सिंह बबला और सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी के बीच तीखा टकराव सामने आया है।
भाजपा उपाध्यक्ष दविंदर सिंह बबला का आरोप है कि बंटी ने पहले इस प्रोजेक्ट का समर्थन किया था और अब विरोध कर रहे हैं। वहीं जसबीर सिंह बंटी ने इसे पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि यह “सफेद झूठ” है और सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।
351वीं और 352वीं मीटिंग का विवाद
जसबीर सिंह बंटी ने कहा, “351वीं हाउस मीटिंग में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। सिर्फ किसानों को कोटे का लाभ देने वाला सप्लीमेंट्री एजेंडा आया था, जिसका मैंने समर्थन किया क्योंकि यह किसानों के हित में था। इसका मतलब यह नहीं कि मैंने पूरे प्रोजेक्ट का समर्थन किया।”
उन्होंने आगे बताया कि 352वीं हाउस मीटिंग में जब यह प्रोजेक्ट पेश हुआ तो उन्होंने कड़े शब्दों में विरोध किया। “मेरे विरोध के दौरान ही मुझे हाउस से बाहर निकाल दिया गया और बाद में यह प्रोजेक्ट पास कर दिया गया।”

भाजपा उपाध्यक्ष पर सवाल और मेयर की चुप्पी पर निशाना
बंटी ने भाजपा उपाध्यक्ष दविंदर सिंह बबला पर सवाल उठाते हुए कहा, “बबला निगम का हिस्सा नहीं हैं, फिर भी बिना अधिकार के इस मामले में बयानबाज़ी कर रहे हैं। शायद वो इस मुगालते में हैं कि उनकी पत्नी नहीं, बल्कि वही मेयर हैं।”
उन्होंने मेयर हरप्रीत कौर बबला की चुप्पी पर भी निशाना साधा। “मेयर ही इस प्रोजेक्ट को हाउस में लेकर आई थीं, अब वे चुप क्यों हैं? अगर वह इतनी सक्षम हैं तो निगम बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर दोबारा चर्चा करवाएं। विपक्ष को बाहर निकालकर और बिना बहस एजेंडा पास करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान है।”
राजनीतिक हलचल जारी
इस पूरे विवाद ने नगर निगम में राजनीतिक खींचतान को और गहरा कर दिया है। जहां भाजपा खेमे से बंटी की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वहीं बंटी ने प्रोजेक्ट को किसान विरोधी और पारदर्शिता के खिलाफ बताया है। अब निगाहें इस पर हैं कि मेयर हरप्रीत कौर बबला कब और कैसे इस मामले पर चुप्पी तोड़ेंगी।