अन्य कंपनियों को भी राष्ट्र सर्वोपरि के सिद्धांत का पालन करना चाहिए
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 20 मई :
रिलायंस के अजीओ और फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाले मिंत्रा द्वारा तुर्की ब्रांड्स की बिक्री रोकने का निर्णय अत्यंत सराहनीय और देशहित में लिया गया एक मजबूत कदम है, यह कहना है कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल, कैट, चण्डीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग एवं महासचिव भीम सेन ने कहा कि ऐसे समय में जब तुर्की खुलकर पाकिस्तान और भारत विरोधी एजेंडे का समर्थन कर रहा है, तब भारतीय कंपनियों द्वारा उसके आर्थिक हितों को झटका देना देशभक्ति और व्यापारिक विवेक का सटीक उदाहरण है। अजीओ और मिंत्रा का यह कदम नेशन फर्स्ट की भावना को सच्चे अर्थों में दर्शाता है।
हरीश गर्ग ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि देश की सभी ई-कॉमर्स, रिटेल और एफएमसीजी कंपनियां भी इसी भावना के साथ आगे आएं और तुर्की, अज़रबैजान, पाकिस्तान जैसे राष्ट्रविरोधी देशों के ब्रांड्स या उत्पादों को अपनी आपूर्ति श्रृंखला से हटाएं।
हरीश गर्ग ने कहा कि व्यापार केवल मुनाफे का खेल नहीं है, यह राष्ट्र की अखंडता और सम्मान से भी जुड़ा होता है। जब देश की संप्रभुता पर सीधा या परोक्ष हमला होता है, तब हर व्यापारी और हर कंपनी की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह अपने व्यावसायिक निर्णयों को राष्ट्रीय हित के अनुरूप बनाए।
उन्होंने भारत सरकार से भी आग्रह किया कि विदेश नीति के अनुरूप व्यापारिक प्रतिबंधों की रणनीति बनाते हुए ऐसे देशों से आयात को सीमित या नियंत्रित किया जाए।
हरीश गर्ग ने कहा कि अजीओ और मिंत्रा ने जो शुरुआत की है, वह एक मिसाल है। अब अन्य ब्रांड्स और प्लेटफॉर्म्स को भी राष्ट्रहित में इसे अपनाना चाहिए।