पंजाब / चंडीगढ़ 3 मई, 2025,
सस्टेनेबिलिटी के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हुए, भारत के अग्रणी समूह और वैश्विक कपड़ा निर्माताओं में से एक ट्राइडेंट ग्रुप, ने समुदाय-संचालित पहलों की एक श्रृंखला के साथ अर्थ वीक 2025 मनाया। कर्मचारियों ने ग्रीन ऑफिस प्रैक्टिस और आंतरिक प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लिया। ये प्रयास सस्टेनेबिलिटी को न केवल अपनी नीति में शामिल करने बल्कि रोज़मर्रा की कार्रवाई में अपनाने की समूह की संस्कृति को रेखांकित करता है।
पंजाब में ट्राइडेंट के निर्माण संयंत्र संघेरा में इस अवसर पर कई गतिविधियां आयोजित की गईं। संयंत्र में “अर्थ वीक 2025” समारोह के अवसर पर पवन सेवा समिति द्वारा संचालित स्कूल में स्पेशियली एबल्ड बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता ने युवाओं को प्रकृति के प्रति अपने प्रेम को रचनात्मक ढंग से व्यक्त करने का मौका दिया बल्कि कला के जरिए पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने लिए प्रेरित भी किया। बच्चों ने सुंदर विस्तृत चित्रों के माध्यम से प्रकृति के प्रति अपने स्नेह को व्यक्त किया। प्रतिभागियों के रचनात्मक प्रयासों की सराहना ट्राइडेंट प्रतिनिधियों द्वारा बच्चों को सम्मनित कर के की गई।
मध्य प्रदेश के बुधनी में अवली घाट पर ट्राइडेंट द्वारा निर्मल नर्मदा अभियान चलाया गया। ग्रुप के सीएसआर विंग के तहत ट्राइडेंट ह्यूमैनिटी फाउंडेशन द्वारा यह पहल की गई। भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक नर्मदा को संरक्षित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम था। इस अभियान में 100 से अधिक स्वयंसेवकों—ट्राइडेंट कर्मचारियों, सी.एस.आर टीम और स्थानीय निवासियों—ने भाग लिया, जो नदी के पुनरुद्धार के लिए एकजुट हुए।
ये पहल ट्राइडेंट ग्रुप के मानद चेयरमैन पद्मश्री राजिंदर गुप्ता और सीएसआर प्रमुख श्रीमती मधु गुप्ता के दूरदर्शी मार्गदर्शन में संपन्न हुईं। यह ट्राइडेंट की पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सहभागिता के प्रति पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर प्रयास करने की बड़ी दृष्टि के साथ सतत प्रतिबद्धता, को रेखांकित करता है ।
अर्थ वीक से परे भी, ट्राइडेंट ग्रुप कई उच्च प्रभाव वाली सस्टेनेबिलिटी परियोजनाओं का नेतृत्व करता आया है, जिनमें प्रमुख पंजाब में पराली समाधान पहल है, जो बरनाला क्षेत्र के आसपास किसानों द्वारा पराली जलाने की समस्या को समाप्त कर कृषि अवशेषों को उपयोगी संसाधनों में बदलने में मदद करती है। इस पहल से वायु प्रदूषण में उल्लेखनीय कमी आई है और कृषि समुदायों में सर्कुलर वेस्ट मैनेजमेंट को बढ़ावा मिला है। इसके अतिरिक्त, ट्राइडेंट ग्रुप ने अक्षय ऊर्जा स्रोत के रूप में सौर ऊर्जा को अपनाया है और सक्रिय रूप से यह पानी का पुनः उपयोग करता है, जिससे टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया में कार्बन फुटप्रिंट को न्यूनतम किया जा सके।
सी.एस.आर और आई.एस.आर (व्यक्तिगत सामाजिक रिस्पॉन्सिबिलिटी) के समन्वित दृष्टिकोण के माध्यम से, ट्राइडेंट ग्रुप भारत के कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी परिदृश्य में मानदंड स्थापित करता आ रहा है और वैश्विक वस्त्र उद्योग में एक पर्यावरणीय अग्रणी की भूमिका की पुनः पुष्टि करता है।