Thursday, April 24

स्कूली बच्चों को, सुंदर गमलों में सजे हुए पौधे वितरित किए

  सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 23 अप्रैल :

समाजसेवी, पर्यावरण प्रेमी और  व्यवसायी रनदेव त्यागी द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस पर एक नई पहल की गई है। इस उपलक्ष्य में रनदेव त्यागी के सौजन्य से यमुनानगर के दयाल गढ़ में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को सुंदर गमलों सहित पौधे वितरित करके,विश्व पृथ्वी दिवस पर अनूठी मिसाल पेश करने का काम किया है। आ

पको बता दें कि रनदेव त्यागी को समाजसेवा एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में जिला यमुनानगर के साथ साथ प्रदेशभर में जाना जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर,पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उन्होंने समाज को संदेश देने का सराहनीय कार्य किया है।

दयाल गढ़ के सरकारी विद्यालय में समाजसेवी रनदेव त्यागी के माध्यम से पौधे व सुंदर गमलों का वितरण एक हरित संदेश की पहल माना जा रहा है। त्यागी का मानना है कि बच्चे हमारे देश का उज्ज्वल भविष्य हैं और बच्चों की सकारात्मक सोच से ही नए युग की शुरुआत होती है। रनदेव त्यागी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से जहां पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का काम किया है वंही जीवन में आने वाले ख़ुशी के पलों को साथ मिलकर मनाने का संदेश भी दिया है, जी हाँ स्कूल प्रांगण में जहाँ एक ओर विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा था वंही दूसरी ओर स्कूल की सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली ख़ुशबू का जन्मदिन भी सभी ने साथ मिलकर हर्षोल्लास के साथ मनाया। रनदेव त्यागी का कहना है कि किसी की ख़ुशी के लिए अपनी ओर से किया गया थोड़ा सा भी प्रयास,दूसरे व्यक्ति के लिए प्रोत्साहन और जीवन की सफ़लता का माध्यम बन सकता है।

रनदेव त्यागी ने कहा कि हम सबका यह कर्तव्य है कि हम प्रकृति से जो कुछ लेते हैं, उसे लौटाने की भी कोशिश करें। एक पौधा लगाना केवल पर्यावरण की सेवा नहीं, बल्कि जीवन की रक्षा करना है। यदि हर बच्चा साल में एक पौधा भी लगाए और उसकी देखभाल करे, तो आने वाले वर्षों में हमारा देश और दुनिया फिर से हरियाली की ओर लौट सकती है। इस अवसर पर रनदेव त्यागी द्वारा भेजे गए पौधों का वितरण स्कूल की छात्रा ख़ुशबू के हाथों से करवाया गया। 

इस संदर्भ में बोलते हुए रनदेव त्यागी ने कहा कि पर्यावरण संकट और जलवायु परिवर्तन के इस युग में जब प्राकृतिक संसाधन दिन-ब-दिन क्षीण हो रहे हैं, तब समाज के सजग नागरिकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे आने वाली पीढ़ियों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाएं। इसी दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की है समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमी रनदेव त्यागी ने, जिन्होंने दयाल गढ़ के सरकारी विद्यालय में स्कूली बच्चों के बीच पौधे और मनमोहक गमलों का वितरण कर न सिर्फ हरियाली को बढ़ावा दिया, बल्कि एक सशक्त और जागरूक संदेश भी दिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य न केवल पौधारोपण को प्रोत्साहित करना था, बल्कि बच्चों में पर्यावरण के प्रति प्रेम, जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न करना भी था। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे ग्रामीण या निम्न मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से आते हैं, और इस प्रकार की पहलें उन्हें शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और नैतिक मूल्यों से भी जोड़ती हैं।

इस दौरान जैसे ही गमले और पौधे वितरित किए गए, बच्चों की आँखों में उत्साह और जिज्ञासा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी। उन्होंने पौधों को बड़े प्यार और सावधानी से ग्रहण किया और गमलों में उन्हें लगाने की प्रक्रिया को पूरे मन से अपनाया। विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों ने इस अभियान की भरपूर सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों के व्यक्तित्व विकास में अहम भूमिका निभाते हैं और उनके भीतर एक जागरूक नागरिक के गुणों का विकास करते हैं। इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की भावना उत्पन्न होती है। राजकीय माध्यमिक विद्यालय दयालगढ़  स्कूल की प्रिंसिपल तृप्ता भियाना ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज की शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। जब बच्चों को प्रकृति के साथ जोड़ने का अवसर मिलता है, तो वे न केवल पर्यावरण के रक्षक बनते हैं, बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनते हैं।

श्रीमती तृप्ता ने इस प्रकल्प के लिए रनदेव त्यागी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके इस सराहनीय प्रयास से जहाँ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा वंही बच्चों में भी समाज के प्रति समर्पण भाव पैदा होगा। 

इस अवसर पर स्कूल प्रिंसिपल सहित अन्य सभी शिक्षकों को भी सुंदर गमलों में सजे हुए पौधे भेंट किए गए। स्कूल की छात्रा ख़ुशबू और अभिभावकों द्वारा जन्मदिन के अवसर पर स्कूली बच्चों तथा शिक्षकगणों मिठाई व टॉफियां बांटी गई। मौके पर स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक मोहन प्रसाद,धर्मपाल शर्मा, सरदार इंद्रजीत सिंह, हीना चुघ,कृष्णपाल राणा तथा स्कूल का नॉन टीचिंग स्टॉफ उपस्थित रहा।