सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 21 अप्रैल :
डीएवी गर्ल्स कॉलेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग व पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया यमुनानगर चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस मनाया गया। जिसमें जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ मनोज कुमार मुख्य अतिथि रहे। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ सुरिंद्र कौर व विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
डॉ मनोज कुमार ने कहा कि जनसंपर्क प्रबंधन एक बहुआयामी विधा है। किसी भी सरकार,संस्थान, संगठन, व्यक्ति की छवि, धारणा और विश्वास बनाने में जनसंपर्क से जुड़े व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यही वजह है कि आज देश में जनसंपर्क विधा तेजी से लोकप्रिय हो रही है। देश में अनेक जनसंपर्क कर्मी हैं, जो जन संपर्क प्रबंधन में कुशलता से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1958 में पब्लिक रिलेशंस सोसायटी ऑफ इंडिया का गठन हुआ। 1961 में भारतीय अधिनियम के तहत उसे रजिस्टर्ड करवा गया। पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया जनसंपर्क एवं संचार के क्षेत्र में विभिन्न संगठनों में कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स की 70 वर्ष पुरानी एक राष्ट्रीय स्तर की संस्था है। इस संस्था के पूरे देश में लगभग 27 चेप्टर कार्यरत हैं।
उन्होंने बताया कि 21 अप्रैल 1968 में पहली बार अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलन दिल्ली में आयोजित किया गया। जिसके बाद से 21 अप्रैल के दिन राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई। उन्होंने बताा कि इस वर्ष की थीम ‘’रिस्पॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रोल ऑफ पब्लिक रिलेशंस’’ रखी गई है। ताकि लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सही प्रयोग व उसकी वजह से होने वाले फा्रॅड के प्रति जागरूक किया जा सकें। साथ ही उन्होंने छात्राओं को राष्ट्रीय सिविल सर्विसिज डे के बारे में भी जानकारी दी।
डॉ सुरिंद्र कौर ने कहा कि जन सम्पर्क व्यवसायियों को लोगों का विश्वास जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी पडती है। जनसंपर्क कर्मी, मीडिया के विभिन्न साधनों का उपयोग करके अपने संस्थान के इंवेंट्स की जानकारी को लोगों तक पहुंचाने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि इस साल की थीम में एआई पर ज्यादा फोकस किया गया है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और एआई से उत्पन्न खतरों से बाहर निकलने के लिए हमें सनातन मूल्यों के साथ आगे बढ़ना होगा। सनातन का रास्ता सत्य और अहिंसा का है। मशीनों पर बनती निर्भरता ने हमारे मूल्यों का संकट पैदा किया है। इस अवसर पर पुलिस पीआरओ सब इंस्पेक्टर चमकौर सिंह, एआईपीआरओ मनोज पांडे को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विभाग की प्राध्यापिका नेहा ठाकुर व हिमानी ने सहयोग दिया। मौके पर डॉ अनीता मौदगिल, डॉ सुनीता कौशिक, निशी ग्रोवर, पत्रकार विरेंद्र त्यागी व छात्राएं मौजूद रहीं।