- दल खालसा ने भाई नारायण सिंह चौड़ा का होशियारपुर पहुंचने पर किया भव्य स्वागत !
- मैंने जो किया उस पर मुझे कोई पछतावा नहीं है, मैंने पंथिक परंपराओं के अनुसार काम किया : भाई नारायण सिंह चौड़ा
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 29 मार्च :
शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला करने वाले प्रमुख पूर्व उग्रवादी भाई नारायण सिंह चौड़ा को अपने कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है, बल्कि वह इसे पंथिक परंपराओं के अनुरूप की गई कार्रवाई मानते हैं। बीते दिनी होशियारपुर पहुंचे भाई नारायण सिंह चौड़ा का दल खालसा के नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया तथा जयकारों के बीच उन्हें सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए भाई नारायण सिंह चौड़ा ने कहा कि उनकी जमानत माननीय न्यायालय द्वारा अपनाई गई कानूनी प्रक्रिया के तहत दी गई है। शिरोमणि अकाली दल द्वारा सरकार की मिली भूगत के बारे में फैलाए जा रहे दुष्प्रचार को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध या संबद्धता नहीं है। उन्होंने केवल पंथ और पंथिक आक्रोश की आवाज को पंथिक परम्पराओं के अनुसार व्यक्त किया है तथा पंथ-द्रोहियों को आईना दिखाया है। इस अवसर पर अपने संबोधन में भाई हरचरणजीत सिंह धामी ने कहा कि स्वयं को पंथिक कहने वाले प्रकाश सिंह बादल, जो जीवन भर पंथ के नाम पर जीत हासिल करते रहे तथा न केवल पंथ को नष्ट करने वाले कार्य किए, बल्कि पंथ के गद्दारों को उच्च पदों व मर्यादाओं से नवाजा, अकाल पुरख वाहेगुरु ने उन्हें भी अपने अंतिम वर्षों में महिमा का आईना दिखाया। पूरा पंथ उनकी पार्टी की वर्तमान स्थिति पर नजर रख रहा है, लेकिन पंथिक भावनाओं के अनुरूप कार्य करने वाले उग्रवादी सदैव पंथ के लिए सम्मान के पात्र रहे हैं। इस अवसर पर भाई नारायण सिंह चौड़ा के वकील एडवोकेट जसपाल सिंह मंझपुर ने कहा कि भाई नारायण सिंह चौड़ा ने सुखबीर सिंह बादल पर सीधे गोली नहीं चलाई थी बल्कि हवा में चलाई थी, जिसके लिए छोटा सा मामला बनता था और उसे एक सप्ताह या दस दिन में जमानत मिल जानी चाहिए थी, लेकिन फिर भी इसमें महीनों लग गए और अदालती प्रक्रियाओं के अनुसार उसे जमानत मिल गई है, जबकि शिरोमणि अकाली दल के कानूनी सलाहकार अर्शदीप सिंह कलेर वकील होने और कानूनी मामलों के जानकार होने के बावजूद भी मीडिया में अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, जो झूठी प्रतिष्ठा के अलावा और कुछ नहीं है। एडवोकेट जसपाल सिंह मंझपुर ने कहा कि अकाली प्रवक्ता एडवोकेट अर्शदीप कलेर के पिता जो स्वयं एक नामी वकील थे, ने पंथ के साथ खड़े होने की बजाय हमेशा सैकड़ों पुलिस कर्मियों की जमानत करवाई, जिन्होंने बाहर से आकर पंथक युवकों की हत्या की थी, जबकि उन्होंने कभी भी किसी जेल में बंद सिंघो की रिहाई के लिए आवाज उठाने की जरूरत महसूस नहीं की, अब वह अपने पिता की राह पर चल पड़े हैं। बेटा अर्शदीप जेल चला रहा है, जो संप्रदाय का समर्थन करने के बजाय संप्रदाय के विरोधियों की आवाज बन कर बोल रहा है। इस अवसर पर भाई हरचरणजीत सिंह धामी, भाई गुरनाम सिंह मूनका, पंजाब अध्यक्ष आवाज़ कौम, भाई बलजिंदर सिंह खालसा जिला अध्यक्ष दल खालसा, भाई सुरिंदर सिंह पट्टी, भाई हरविंदर सिंह हरमोय और अन्य नेता उपस्थित थे। इस अवसर पर दल खालसा ने भाई नारायण सिंह चौड़ा को श्री साहिब सिरोपा व दुशाला देकर सम्मानित किया!