सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 20 मार्च :
डीएवी गर्ल्स कॉलेज के विज्ञान विभाग व एक सोच नई सोच संस्था के संयुक्त तत्वावधान विश्व जल दिवस सेलीब्रेट किया गया। जिसमें चीफ ज्युडिशियल मैजिस्ट्रेट एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव कीर्ति वशिष्ठ मुख्य अतिथि रहीं । कॉलेज प्रिंपिल डॉ सुरिंद्र कौर, गणित विभाग अध्यक्ष कनिका गोयल व एक सोच नई सोच के प्रेजीडेंट शशि गुप्ता ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान छात्राओं नुक्कड नाटक के जरिए जल बचाने का संदेश भी दिया।
कीर्ति वशिष्ठ ने कहा कि विश्व जल दिवस का महत्व केवल एक दिन के लिए सीमित नहीं है। बल्कि हमें पूरे साल जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर कुल जल का केवल तीन प्रतिशत जल ही पीने योग्य है। इनमें से अधिकांश ग्लेशियर व बर्फ की चादरों में ढका हुआ है। ऐसे में स्वच्छ जल बहुत ही सीमित मात्रा में उपलब्ध है। जल का सतत प्रबंधन और संरक्षण बेहद जरूरी है। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नुक्कड नाटक की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए।
शशि गुप्ता ने कहा कि जागरूकता के द्वारा ही जल को बचाया जा सकता है। सरकार ने भी जल बचाने के लिए जल शक्ति अभियान की शुरूआत की है। जिसके जरिए देश के 255 जिलों में वर्षा के जल के संचयन और सरंक्षण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर हम यूं ही जल को बर्बाद करते हुए रहते तो वो दिन दूर नहीं जब लोगों को अपनी आय का एक हिस्सा पीने के पानी पर खर्च करना पडेगा। पानी का अत्याधिक दोहन करने की वजह से ग्राउंड वाटर 20 फीट से अब 120 फीट तक जा चुका है।
डॉ सुरिंद्र कौर ने कहा कि आज के समय में जल संरक्षण बेहद जरूरी है। जितनी तेजी से पानी के रिर्साेस कम होते जा रहे हैं, उन्हें देखकर लगता है कि आने वाली पीढियों के पानी नहीं बचेगा। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि हम आज पानी को बचाएंगे तो भविष्य में पानी हम सब को बचाएगा। छात्राओ को वीडियो दिखाकर जल बचाने का संदेश भी दिया गया।