Saturday, March 15

हकृवि में दो दिवसीय कृषि मेला (खरीफ) 17 मार्च से, ‘कृषि में उद्यमिता को बढ़ावा’ होगा मेले का थीम-कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने मेले की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 15 मार्च :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 17 मार्च को आयोजित किए जाने वाले दो दिवसीय कृषि मेले की तैयारियों को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

कुलपति ने समीक्षा बैठक में वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मेले में समुचित प्रबंध करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मेले के शुभारंभ अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्यातिथि होंगे जबकि सांसद, फैंकफर्ट, जर्मनी से श्री राहुल कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। मेले में हर साल हरियाणा सहित पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से हजारों की संख्या में किसान जुटते हैं।

उन्होंने किसानों से भी आह्वान किया है कि वे कृषि मेले में आकर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों, तकनीकों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। इस वर्ष मेले का थीम ‘कृषि में उद्यमिता को बढ़ावा’ रखा गया है। मेले का आयोजन विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन के सामने बालसमंद रोड पर मेला ग्राउंड में किया जाएगा। प्रत्येक जिले से दो प्रगतिशील किसानों को किया जाएगा सम्मानित विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि कृषि मेला में प्रदेश के प्रत्येक जिले से दो प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया जाएगा।

सम्मानित होने वाले किसानों में करनाल के गांव कुचपुरा से हीना देवी, गांव कैमला से सतपाल सिंह, कैथल के गांव जसवंती से नीलम, गांव बात्ता से महेन्द्र सिंह, मंडकोला स्थित पलवल से कुमारी एकता, किशोरपुर से दुले राम, सदलपुर स्थित गांव खेड़ी बरखी निवासी सुमित्रा देवी, गांव प्रभुवाला से कार्तिक, सिरसा के गांव ख्यांवाली से सावित्री, गांव सुकेरा खेड़ा से आशीष मेहता, महेन्द्रगढ़ के गांव सुन्दरह से संतोष, गांव बेवल से करण सिंह, पंचकुला की सुभाष नगर कालोनी से रंजीत कौर, गांव दंदलावड़ से देवीसंत, फरीदाबाद स्थित गांव बहादुरपुर से कविता, गांव चिरसी निवासी रमन यादव, रोहतक के गांव पहरावर से सुनीता, भाली आनन्दपुर निवासी नवीन कुमार, जींद के गांव अहिरका से सुमित्रा देवी, गांव पिल्लुखेड़ा से विनोद, पानीपत के गांव बापौली से सुमनबाला, गावं आसन खुर्द से जयपाल, रेवाड़ी के गांव सीहा से चमन यादव, गांव शाहपुर से राजेन्द्र सिंह, फतेहाबाद स्थित गांव ढींगसरा से ज्योति, गांव नंगल खंडरतिया से सतीश कुमार, यमुनानगर स्थित गांव धानुपरा से पूनम देवी, गांव लाहडपुर से ज्ञानचंद, अंबाला के मानव विहार से अनीता कुमारी, गांव नग्गल राजपुताना से सुरेन्द्र शर्मा, भिवानी के गांव जुई से सुनीता, ढांणी किशन लाल से बलवान, कुरूक्षेत्र के गांव दबखेड़ी से पिंकी, गांव सिरसला से गुरदीप सिंह, सोनीपत के गांव मंडौरा से पूनम रानी, गांव राजलूगढ़ी से उमेश कुमार, झज्जर के गांव बादली से नीलम, गांव माछरौली से सुरेन्द्र कुमार, नूंह (मेवात) के गांव छपेड़ा से हरदम व गांव उजीणा से महेन्दर सिंह शामिल हैं।

किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे वैज्ञानिक सह-निदेशक (विस्तार) डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि मेले के दौरान आने वाले किसानों की खेतीबाड़ी संबंधी सभी समस्याओं के समाधान के लिए किसान गोष्ठियों का आयोजन होगा जिनमें विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक किसानों की कृषि व पशुपालन संबंधी समस्याओं का हल बताएंगे। इसके साथ वे फसलों, बीजों, किस्मों व अन्य सभी उपयोगी जानकारियां मुहैया करवाएंगे। मेले में कृषि संबंधी व कृषि औद्योगिकी प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी जिससे किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों व तकनीकों की जानकारी मिल सकेगी।