Tuesday, March 4

ब्रह्मपुरा ने किसानों के साथ आअपा सरकार के दुर्व्यवहार की कड़ी आलोचना की, कहा जायज मांगों के लिए विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार

सेवा केंद्रों को डीसी दफ्तर में बदलने का आअपा सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण – अकाली नेता

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 04 मार्च :

पंजाब ग्रामीण विकास सोसायटी के चेयरमैन एवं  शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा ने पार्टी को मजबूत करने के लिए गांव शहबाजपुरा में अहम बैठक की।

इस बैठक में पूर्व जिला परिषद सदस्य ज्ञान सिंह शाहबाजपुरा और युवा अकाली दल तरनतारन के पूर्व जिला अध्यक्ष गुरसेवक सिंह शेख सहित खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र के वरिष्ठ अकाली नेता मौजूद थे। अकाली नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि इस बैठक का हमारा उद्देश्य केवल पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठित करना तथा पार्टी की नींव को मजबूत करना है।

किसानों की दुर्दशा के बारे में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पूर्व विधायक ब्रह्मपुरा ने मौजूदा प्रशासन के रवैये की निंदा की। ब्रह्मपुरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आअपा सरकार हमारे किसान भाइयों के प्रति ऐसा व्यवहार कर रही है जो बेहद निंदनीय है।

उन्होंने कहा कि कर्ज माफी और एमएसपी जैसी जायज मांगों के लिए आवाज उठाना किसानों का लोकतांत्रिक अधिकार है, फिर भी राज्य को पुलिस राज्य में बदल दिया गया है जो राज्य के लोगों के साथ विश्वासघात है।अकाली नेताओं ने सेवा केंद्रों को डीसी कार्यालयों में बदलने पर असंतोष व्यक्त किया। आअपा सरकार की इस कार्रवाई से आम लोगों को असुविधा हो रही है।

अकाली नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का किसानों से बातचीत करने से इनकार करना आम आदमी पार्टी की विफलता को दर्शाता है। ब्रह्मपुरा ने पिछले अकाली नेतृत्व से सबक सीखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भगवंत मान को पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल से कुछ शिष्टाचार सीखना चाहिए, जिन्होंने किसानों के लिए अथक वकालत की और लड़ाई लड़ी।

उन्होंने आगे कहा कि यह अफसोस की बात है कि पंजाब का मौजूदा नेतृत्व दिल्ली से रिमोट कंट्रोल द्वारा नियंत्रित है।पूर्व विधायक ब्रह्मपुरा ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि अगर किसानों की मांगों पर गौर नहीं किया गया और उनकी नजरबंदी जारी रही तो भविष्य में भगवंत मान को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

इस अवसर पर रणजीत सिंह राणा ममनके पूर्व सरपंच, सुखविंदर सिंह पूर्व सरपंच गलालीपुर, जगरूप सिंह पूर्व सरपंच साहिबाजपुर, सुरजन सिंह पूर्व सरपंच कोहारडा भी उपस्थित थे।