डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 03 मार्च :
विश्वास फाऊंडेशन के संस्थापक गुरूदेव श्री स्वामी विश्वास जी का निर्वाण दिवस विश्वास फाउंडेशन में विराट विश्वास दिवस के नाम से जाना जाता है। यह तीसरा विराट विश्वास दिवस बीकेएम विश्वास स्कूल सेक्टर-9 के ऑडिटोरीउम में बड़े श्रद्धाभाव के साथ विश्वास मैडिटेशन व सत्संग के मनाया गया। इसमें ट्राईसिटी समेत आसपास के एरिया से गुरूदेव श्री जी के अनुयायी बड़ी संख्या में शामिल हुए और गुरुदेव श्री जी को भावभीनी श्रद्धांजलि देकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की देवियों व साधकों ने मनमोहक भजन गाकर की। उसके बाद गुरुदेव श्री जी ने गाइडिड रिकॉर्डिड ध्यान की प्रक्रिया के बारे में बताया की ध्यान कैसे किया जाता है और इस भागदौड़ भरी व तनाव रहित ज़िंदगी में ध्यान करना इंसान के लिए क्यों आवश्यक है। गुरुदेव श्री जी ने ये जीवन तुमने दिया है संभालोगे तुम व सारे जग को देखके जाना तुम बिन हमरा कोई नहीं है भजन गाकर अपनी वाणी को विराम दिया। कार्यक्रम का समाप्ति विश्वास फाउंडेशन का महामंत्र ओम गुरुवे नम: गाकर हुई।
इस मौके पर विश्वास फाऊंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि हम सब बड़े सौभाग्यशाली हैं क्योंकि हमारे सद्गुरु पूर्णतय: पहुंचे हुए थे। उनकी वाणी आज भी हमें दिशा दे रही है। सेवा और साधना का ऐसा मार्ग दिखा गए जो आए दिन और प्रफुल्लित हो रहा है। गुरूदेव श्री जी के आडियो प्रवचन चले जिसमें उन्होंने इसी बात पर जोर दिया कि मैडिटेशन के माध्यम से अंतर्मुखी होकर जीओ तभी मालिक, परमात्मा के साथ जुड़ पाओगे, उसके लिए प्यास जगाने की जरूरत है जो सहज भी है। जागे-जागे अपनी भाव दशा में जीएं, ध्यान का ध्यान रखें और किसी भी सूरत में खंडित न होने देना। मौन में रहकर गहरी डुबकी लगाना तो कि दिव्य हो जाओ। वही देखना जो हो रहा है, केवल देखना है उसमें किसी प्रकार का दखल नहीं देना। ईश्वर के प्रति प्यास बढ़ाते रहिए और यही सच्च में जीना है।
हम सभी के परम पूजनीय गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी
अपना पूरा जीवन मानव कल्याण एवं मानव के लौकिक और अलौकिक उत्थान के लिए समर्पित किया। गुरुदेव श्री जी हमें बहुत ही सहज और सरल ध्यान का मार्ग विश्वास ध्यान के रूप में बताया जो आज लाखो करोड़ो जीवो के जीवन में रूपान्तरण का निमित बन चुका है। कोई भाषा नहीं कोई शब्द जो कर सके गुण गान प्रभु का, है असीम कैसे बाँधे कोई शब्दो में, है ये लीला स्वयं विराट महाप्रभु की, समझे है जो मौन और भाषा भाव हृदय की। ऐसे महान संत हमरे भगवंत परम पूजनीय गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी दिनांक 3 मार्च 2022 से चोला त्याग कर विराट महाप्रभु में समाहित हो गए थे। जो आज भी हम सभी पर अपनी कृपा बरसा रहे हैं। ऐसे हमारे महान संत हमारे भगवंत गुरुदेव श्री जी की लीला का ये दिवस हम सभी विश्वास जन विराट विश्वास दिवस के रूप मानते हैं। कार्यक्रम के अंत में भोजन प्रशादम की व्यवस्था की गई और सभी सत्संग में आए श्रद्धालुओं को पैकेट बंद प्रसाद भी बाँटा गया।