Sunday, February 16

किसान आंदोलन  के शहीद शुभकरण का 21 को गांव बल्लो में मनाया जाएगा प्रथम शहीदी दिवस: लखविंद्र सिंह औलख 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 15 फ़रवरी :

किसान आंदोलन 0.2 के दौरान शहीद हुए पंजाब के युवा शुभकरण का शहीदी दिवस 21 फरवरी को उसके गांव बल्लो में मनाया जाएगा, जिसमें देशभर से भारी संख्या में किसान उपस्थिति दर्ज करवाकर श्रद्धांजलि देंगे। इसके अलावा सिरसा से 19 फरवरी को युवा किसान पैदल जाकर शहीद शुभकरण को श्रद्धांजलि देंगे। इसके अलावा अब तक शहीद हुए 43 अन्य किसानों को भी श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे। उक्त जानकारी भारतीय किसान एकता (बीकेई) के अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन-2 को एक साल से अधिक समय हो चुका है। शुक्रवार को चंडीगढ़ में 5वें दौर की बातचीत हुई। जिसमें केंद्र सरकार की ओर से प्रहलाद जोशी, पंजाब से कृषि मंत्री व कृषि विभाग के अधिकारी भी आए हुए थे। मीटिंग में सरकार की ओर से अधिकारियों ने उपलब्धियां गिनवाई, जिसपर स. जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि आप उपलब्धियां गिनवा रहे हो, जबकि हम कमियां। स. डल्लेवाल ने आंकड़ों के साथ पूरा लेखा-जोखा केंद्र सरकार की ओर से आए अधिकारियों को दिया। उन्होंने किसानों की 12 मांगों का भी जिक्र किया, जिस पर अधिकारियों ने सरकार की ओर से  सकारात्मक पक्ष रखा। औलख ने कहा कि हालांकि सरकार अभी सकारात्मक माहौल में है, वहीं किसान भी चाहते हंै कि सरकार जल्द किसानों की मांगों को स्वीकार करे और आंदोलन को समाप्त किया जाए, क्योंकि सैकड़ों किसान आंदोलन के दौरान शहीद हो चुके हंै। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो प्रधानमंत्री कहते हंै कि सबका साथ-सबका विकास, लेकिन सरकार सबका विकास करने की बजाय कुछ पंूजीपति घरानों को लाभ देने का काम कर रही है, जबकि किसान वर्ग को दबाने का प्रयास कर रही है। औलख ने कहा कि 21 फरवरी 2024 को युवा शुभकरण को सरकार की ओर से गोली मारकर शहीद कर दिया गया था। उसी शहीद के प्रथम शहीदी दिवस पर उसके पैतृक गांव बल्लो में शहीदी दिवस मनाया जाएगा। सिरसा से युवा पैदल शुभकरण के गांव में समारोह स्थल तक जाएंगे। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे बढ़चढक़र इस कार्यक्रम में भाग लें। इस मौके पर उनके साथ संदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, बादल सिंह, विपनजोत सिंह, मनी सिंह, अमृतपाल भावदीन व रणदीप सिंह उपस्थित थे।