पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 03 फरवरी 2025
नोटः आज वसन्त पंचमी तथा श्री पंचमी, सरस्वती एवं लक्ष्मी पूजन है। तथा पंचमी तिथि का क्षय है। तथा अंतिम शाही स्नान कुम्भ प्रयागराज वागेश्वरी जयंती है। तथा कुम्भ महापर्व प्रयागराज।
वीर बालक हकीकत राय बसंत पंचमी को याद आए वीर बालक हकीकत राय कुछ नाम अपने से पहले किसी ना किसी उपाधि से सँवारे जाते हैं, महात्मा गांधी, गुरुदेव रबीन्द्र नाथ, उसी प्रकार जब हम वीर बालक की बात करते हैं या उच्चारते हैं तो एक ही नाम मस्तिष्क में आता है “वीर बालक हकीकत राय”.। हकीकत राय कए नाम के आगे वीर बालक ना लगाना एक सामाजिक, धार्मिक अनुबंध है। इस बालक के बलिदान ई कथा ना केवल पंजाब की पुण्य भूमि पर गाया जाता है अपितु सम्पूर्ण उत्तरपथ में इस वीर बालक को पूजा जाता है। बसंत पंचमी और वीर बालक हकीकत राय एक दूसरे के पूरक हैं।
विक्रमी संवत्ः 2081,
शक संवत्ः 1946,
मासः माघ़
पक्षः शुक्ल,
तिथिः चतुर्थी प्रातः काल 09.15 तक है,
वारः रविवार।
नोटः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः उत्तराभाद्रपद रात्रिः काल 12.53 तक है,
योग सिद्धि प्रातः काल 06.30 तक है,
करणः विष्टि,
सूर्य राशिः मकर, चन्द्र राशिः मीन,
राहू कालः सायंः 4.30 से सायं 6.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.13, सूर्यास्तः 05.57 बजे।