Saturday, February 1

लिवासा हॉस्पिटल्स ने विश्व कैंसर दिवस पर जागरूकता और रोकथाम के लिए मजबूत संदेश दिया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  01 फ़रवरी :

उन्नत कैंसर देखभाल में अग्रणी लिवासा अस्पताल ने आज ‘विश्व कैंसर दिवस 2025’ के अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य कैंसर की रोकथाम, पहचान और इलाज को बढ़ावा देना था। इस आयोजन में देश के अग्रणी विशेषज्ञों ने भाग लिया और कैंसर देखभाल पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिससे इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।

कार्यक्रम के दौरान भारत और विशेष तौर पर पंजाब, जहां तंबाकू और शराब के सेवन, अस्वास्थ्य आहार और कीटनाशकों के उपयोग आदि के कारण कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, पर चिंता जताई गई। 2021 से 2024 के बीच पंजाब में कैंसर के अनुमानित मामलों में 7% की वृद्धि हुई है, जो 39,521 से बढ़कर 42,288 तक पहुंच गए हैं। 2025 तक यह संख्या 43,196 तक पहुंचने का अनुमान है, जो गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। इस अवसर पर ‘लिवासा है, आशा है’ थीम के तहत लोगों को जागरूक और सक्रिय होने का आह्वान किया गया।

इस कार्यक्रम में लिवासा हॉस्पिटल्स के कैंसर विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें डॉ. जतिन सरीन, निदेशक, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ. मीनाक्षी मित्तल, निदेशक, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, डॉ. विजय बंसल, निदेशक, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ. शुभ महिंद्रू, निदेशक, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ. प्रियांशु चौधरी,  वरिष्ठ परामर्शदाता, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ. मुकेश चावला,  वरिष्ठ परामर्शदाता, हीमेटोलॉजी, डॉ. मीनाक्षी शर्मा, परामर्शदाता, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी शामिल थे। 

इन विशेषज्ञों ने कैंसर के बढ़ते खतरे, जोखिम कारक और स्क्रीनिंग की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों को नज़रअंदाज न करने की सलाह दी, जिनमें अचानक वजन कम होना, लगातार थकान रहना, शरीर में किसी भी हिस्से में गांठ या सूजन, खून आना या असामान्य स्राव, बोलने में कठिनाई या लगातार खांसी रहना और मल-मूत्र संबंधी बदलाव आदि शामिल हैं।

विशेषज्ञों ने बताया कि यदि इन लक्षणों को जल्दी पहचाना जाए और सही समय पर इलाज किया जाए, तो मरीज की जीवन गुणवत्ता और बचाव की संभावना को बढ़ाया जा सकता है।

कार्यक्रम में लिवासा अस्पताल के व्यापक कैंसर उपचार मॉडल को भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें ब्लड कैंसर के इलाज के लिए हेमेटोलॉजी विशेषज्ञ और बोन मैरो ट्रांसप्लांट सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, मरीजों को सर्वोत्तम उपचार देने के लिए ट्यूमर बोर्ड का उपयोग किया जाता है, जिससे इलाज से पहले पूरी तरह से योजनाबद्ध दृष्टिकोण अपनाया जाता है।

इस अवसर पर डॉ. जतिन सरीन ने बताया कि हमारी 15 बेड की डे-केयर यूनिट में कीमोथेरेपी की सुविधा है, जबकि आधुनिक ऑपरेशन थिएटर में त्वरित कैंसर पहचान के लिए फ्रोजन सेक्शन बायोप्सी की सुविधा दी जाती है। हमारा मिशन है कि जल्द पहचान और सही समय पर इलाज से मरीजों को बेहतर जीवन प्रदान किया जाए।

डॉ. विजय बंसल ने कहा कि अब न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी के माध्यम से मरीजों की रिकवरी में तेजी लाई जा सकती है। लेकिन हमारी देखभाल केवल सर्जरी तक सीमित नहीं है, बल्कि हम कीमोथेरेपी, रेडिएशन और टार्गेटेड थेरेपी को भी शामिल करते हैं, जिससे मरीज को संपूर्ण उपचार मिल सके।”

लिवासा अस्पताल हर महीने 300-400 कीमोथेरेपी सत्र आयोजित करता है और हर साल लगभग 1,000 नए कैंसर रोगियों का इलाज करता है। अस्पताल द्वारा कैंसर की रोकथाम के लिए तंबाकू और शराब का सेवन न करने, स्वस्थ वजन बनाए रखने,  नियमित व्यायाम करने, संतुलित और पोषणयुक्त आहार लेने, एचपीवी और हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाने, सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव करने और नियमित मेडिकल जांच कराने की सलाह दी जाती है। लिवासा अस्पताल पूरे फरवरी महीने फ्री कैंसर स्क्रीनिंग की सुविधा दे रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य परीक्षणों का लाभ उठा सकें।

उल्लेखनीय है कि लिवासा अस्पताल एन ए बी एच-मान्यता प्राप्त है और पंजाब का सबसे बड़ा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल नेटवर्क है। इसके मोहाली, अमृतसर, होशियारपुर, नवांशहर और खन्ना में पांच अत्याधुनिक केंद्र हैं, जो विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करते हैं। यह अस्पताल 750 से ज्यादा बेड, 38 चिकित्सा विशेषज्ञता, 250 से ज्यादा डॉक्टर, 28 आई सी यू, 20 अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर और 6 कैथ लैब्स के साथ उन्नत तकनीक को जोड़ता है। यह विशेष रूप से हृदय रोग, कैंसर, हड्डी रोग, तंत्रिका विज्ञान और अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्रदान करता है।